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कमरे में चारो तरफ़ सर्द माहौल है, कंबल के अंदर गर्मी उफ़ान मार रही है, तभी आप को कोई बुलाने लगे तो…
दो लफ्ज =============== सर्द मौसम में आप पति के साथ संभोग करने ही वाली हैं कमरे में चारो तरफ सर्द का माहौल है, पर कंबल के अंदर गर्मी उफान मार रही है, तभी आप को कोई बुलाने लगे तो ये आप के लिए कैसा अनुभव होगा ? मैं घर की नई बहू थी और एक […]
‘‘छोड़ो यार, हमारी दोस्ती सब से बढ़ कर है’’
Indra pratap =================== कालेज के दिनों में इश्कबाजी न हो, ऐसा हो नहीं सकता. लेकिन इस इश्कबाजी के चक्कर में कई बार ‘दोस्त दोस्त न रहा, प्यार प्यार न रहा,’ कालेज के दिन भी क्या थे. वैसे तो कालेज में न जाने कितने दोस्त थे, लेकिन सलीम और रजत के बिना न तो कभी मेरा […]
मधु मालती जी और ‘भूल-ग़लती’ का क़िस्सा…बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है!!
Kavita Krishnapallavi =============== · ( बेहद अँधेरे दिनों में भी हँसना ज़रूरी होता है I जीवन की विडम्बनाओं पर, त्रासदियों पर, अपने दुश्मनों पर, फ़ासिस्टों पर, नकली वामपंथियों पर, लिबलिब लिबरलों पर, कूपमंडूक “सद्गृहस्थों” पर दिल खोलकर हँसना चाहिए I हँसना ऊर्जस्वी और ताज़ादम बनाता है I इसलिए एकदम उन्मुक्तता और निर्मलचित्तता के साथ हँसना […]