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अफगानिस्तान में लगभग 1.5 मिलियन लोग विकलांगता के साथ जीवन जी रहे हैं!

पार्सटुडे – अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र संघ के मिशन (यूएनएएमए) ने विकलांग व्यक्तियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मौक़े पर एलान किया था: अफगानिस्तान में लगभग 1.5 मिलियन लोग बड़ी विकलांगता के साथ जीवन जी रहे हैं।

1992 से, जिसका एलान संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा किया था, , हर साल 3 दिसम्बर को विकलांग व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।

पार्सटुडे के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र संघ मिशन (UNAMA) ने एक्स सोशल नेटवर्क पर अफगानिस्तान में 1.5 मिलियन लोगों की विकलांगता का ज़िक्र करते हुए लिखा: युद्ध के बचे हुए गोले बारूद, अफगानिस्तान में विकलांगता का मुख्य कारण हैं जिनमें बच्चे सबसे अधिक पीड़ित हैं।

यूएनएएमए ने कहा: अफ़ग़ानिस्तान में कई दशकों के युद्ध की वजह से देश की मिट्टी का बड़ा हिस्सा खदानों और विस्फोटक सामग्रियों से दूषित हो गया है।

यूएनएएमए के मुताबिक़, अफ़ग़ानिस्तान में 30 लाख लोग युद्ध के बाद बची खदानों और विस्फोटक सामग्री के एक किलोमीटर के दायरे में रहते हैं।

ज्ञात रहे कि आतंकवाद से लड़ने के बहाने अफगानिस्तान पर दो दशकों तक क़ब्ज़ा करने के बाद अमेरिकी क़ब्ज़े वाली सेना ने 31 अगस्त 2021 को देश छोड़ दिया लेकिन अफगानिस्तान में अमेरिकी कब्जे का असर अभी भी दिख रहा है।