सेहत

Acanthosis nigricans : एकैंथोसिस निगरिकन्स, जानिए इसके जोखिम, जानें इसके लक्षण

एकैंथोसिस निगरिकन्स किसे कहते हैं?
एकैंथोसिस निगरिकन्स एक काफी आम स्किन पिगमेंटेशन डिसऑर्डर विकार है। जिसकी विशेषताओं में त्वचा के काले घेरे, सिलवटों, सिकुड़न और वेलवेटी डिस्कलोरेशन शामिल हैं। इस बीमारी में शरीर की जो त्वचा प्रभावित हुई है, वह मोटी हो सकती है। आमतौर पर, एकैंथोसिस निगरिकन्स आपके बगल, कमर और गर्दन को प्रभावित करता है।

त्वचा का ते विकार या बदलाव आमतौर पर उन लोगों में होता हैं जो मोटापे से परेशान हैं या जिन्हें मधुमेह है। जिन बच्चों में ये विकार होता हैं उन्हें टाइप 2 मधुमेह होने का अधिक खतरा होता है। बहुत कम बार, इस बीमारी के कारण एक आंतरिक अंग, जैसे कि पेट या लिवर में कैंसर या ट्यूमर होने की संभावना होती हैं ।

इसके अलावा, ये विकार किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि प्रीडायबिटीज। सबसे अच्छे उपचार करने के लिए इस बीमारी के जड़ का कारण ढूंढना और उसे पूरी तरह जड़ से निकलना है। इस स्थिति का सफलतापूर्वक उपचार करने के बाद आपको इस बीमारी से राहत मिल सकती है।

एकैंथोसिस निगरिकन्स (Acanthosis nigricans) कितना आम है?
ये बीमारी बहुत सामान्य है। यह किसी भी उम्र में रोगियों को प्रभावित कर सकती है। जिन चीजों के कारण आपको ये बीमारी हो सकती है उसे नियंत्रित करके इसे रोका जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से चर्चा करें।

जानें इसके लक्षण
एकैंथोसिस निगरिकन्स (Acanthosis nigricans) के लक्षण क्या हैं?
एकैंथोसिस निगरिकन्स का सामान्य लक्षण त्वचा का रंग बदलना है। यह आमतौर पर धीरे-धीरे होता है।

इस दौरान त्वचा के पैच में एक गंध और खुजली हो सकती है और दिखाई भी दे सकती है:

शरीर के कुछ अंगो को ये बीमारी प्रभावित कराती है और उन अंगो की परतें सकती हैं, जिनमे शामिल हैं:
बगल, कमर, गर्दन के पीछे, कोहनी, घुटने, पोर, होंठ, हथेलियों, पांवों का तला।
सभी लक्षण ऊपर नहीं दिए गए हैं। अगर आपको किसी लक्षण के बारे में कोई परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब देखना चाहिए?
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है। अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करे और कौनसा सुझाव और उपचार आपके लिए ठीक है यह तय करें।

जानिए इसके कारण
ये बीमारी किस कारण होती है?
एकैंथोसिस निगरिकन्स निचे दिए गए चीजों से जुड़ा हुआ हैं:

इंसुलिन रेजिस्टेंस: जिन लोगों को ये बीमारी है, वे भी इंसुलिन का उपयोग नहीं करतें हैं। इंसुलिन आपके शरीर में अनजाने तरीके से शुगर लेवल को बढ़ाता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस वह है जो आखिर टाइप 2 मधुमेह का कारण बनता है।
हार्मोनल डिसऑर्डर: एकैंथोसिस नाइग्रिकन्स अक्सर उन लोगों में होता है जिनको ओवेरियन सिस्ट्स, अंडरएक्टिव थायरॉयड या एड्रेनल ग्लांड्स की समस्याएं हैं।
कुछ ड्रग्स और सप्लीमेंट्स: इनके सेवन से बीमारी बाद सकती है:
नियासिन का अधिक खुराक

गर्भनिरोधक गोलियां

ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन

थायरॉयड की दवाइयां

कुछ बॉडी बिल्डिंग सप्लीमेंट्स

प्रेडनिसोन

अन्य कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स

कैंसर: ये विकार कभी-कभी लिम्फोमा के साथ या जब पेट, कोलन या लिवर जैसे किसी आंतरिक अंग में कैंसर ट्यूमर बढ़ने का कारण बनने लगता है।

जानिए इसके जोखिमों को
किन चीजों के कारण ये बीमारी बढ़ने का खतरा होता है?
जिन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है, उनमे शामिल हैं:

मोटापा: आप जितने वजनदार होंगे, इस बीमारी का खतरा उतना ही अधिक होगा।
रेस: अध्ययनों से पता चलता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में, मूल अमेरिकियों के बीच यह विकार काफी आम है।
फैमिली हिस्ट्री: एकैंथोसिस निगरिकन्स के कुछ प्रकार वंशानुगत होते हैं।

निदान और उपचार
नीचे दी गई जानकारी किसी भी वैद्यकीय सुझाव का पर्याय नहीं है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
इस बीमारी का निदान कैसे करते हैं?

स्किन टेस्ट के दौरान आमतौर पर इस बीमारी का पता लगाया जाता है। अन्य संभावित कारणों का पता लगाने के लिए प्रभावित स्किन की बायोप्सी की जाती है। यदि इसका का कारण अस्पष्ट है तो डॉक्टर ब्लड टेस्ट, एक्स-रे, ब्लड ग्लूकोज या इंसुलिन टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर आपके दवाइयों का अभ्यास करने की संभवता है।

अपने डॉक्टर को अपने किसी भी डाइटरी, बॉडीबिल्डिंग सप्लीमेंट्स और विटामिन्स की खुराक के बारे में बताना जरूरी है जो आप सुझाव के अतिरिक्त लेते हैं।

इसका उपचार कैसे किया जाता है?
कोई विशिष्ट उपचार इस विकार के लिए उपलब्ध नहीं है। कुछ अंडरलेइंग स्थितियों उपचार से त्वचा के प्रभावित भागों में कुछ सामान्य रंग और बदलाव हो सकते हैं। कई स्थितियों में, अंडरलेइंग परेशानी का इलाज करने से डिस्कलोरेशन में मदद मिल सकती है। उदाहरणों में शामिल हो सकते हैं:

वेट घटना: अगर आपके इस बीमारी का कारण मोटापा है, तो वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
दवाइयों और सप्लीमेंट्स से परहेज करें: अगर आपको यह बीमारी किसी विशिष्ट दवाई के कारण हुई है, तो डॉक्टर आपको उस दवाई का सेवन बंद करने की सलाह दे सकतें हैं।
सर्जरी के बाद: अगर इस बीमारी का कारण कैंसर ट्यूमर है, तो ट्यूमर को निकलने वाली सर्जरी अक्सर त्वचा का डिस्कलोरेशन को ठीक करता है।
अगर आपकी त्वचा में कोई परेशानी है या घाव असहज और खराब हो जाते हैं, तो आपके डॉक्टर निचे दिए हुए सुझाव दे सकते हैं:

एंटी-बैक्टेरियल साबुन, हलके से उपयोग किया जाता है, क्योंकि स्क्रबिंग से त्वचा खराब हो सकती है।
ओरल एक्ने मेडिकेशन लेना।
त्वचा की मोटाई कम करने के लिए लेजर थेरेपी की मदद लेना।
त्वचा की उपस्थिति में सुधार के अन्य उपचारों में रेटिन-ए, 20% यूरिया, अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड, टोपिकल विटामिन डी और सैलिसिलिक एसिड के नुस्खे शामिल हैं। हालांकि, ये छोटे रूप से प्रभावी होते हैं।
जिस दवा के सेवन बंद करने से ये बीमारी ठीक हो सकती है उसका सेवन बंद करना।

जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
क्या कुछ घरेलू उपचार या जीवन शैली के बदलाव से ये बीमारी ठीक हो सकती है?

निचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इस बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:

एक स्वस्थ जीवनशैली बनाएं,
अपना वजन घटाएं,
संतुलित आहार लें,
ऐसी दवाइयों से परहेज करें जो इस बीमारी को और गंभीर कर सकती हैं।
अगर आपको कोई भी सवाल या चिंता सता रही है तो सही सुझाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।