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यूं ही खुले अंबर के नीचे कभी……पूजा भूषण झा कवयित्री की रचना पढ़िये!
पूजा भूषण झा, वैशाली, बिहार =========== हां तुम और मैं….✍️✍️(नई रचना) यूं ही खुले अंबर के नीचे कभी दूर तक खुली मैदान के बीच बैठकर हम दोनों घंटों तक साथ हो कभी चांदनी रात में और बात करते रहें निरंतर तुम और मैं, हां तुम और मैं। कुछ दुख अपना बांटे तुमसे कुछ सुख की […]
शादी का लड्डु….लोग शादी क्यों करते हैं ?
शादी का लड्डु …. अगर पत्नियां बुरी होती है तो लोग शादी क्यों करते हैं ? अक्सर शादी शुदा लोग कहते हैं कि हम शादी करके फंस गए हैं, तू मत फंसना… पत्नियां बुरी होती हैं, बेकार होती हैं, पति पर शक करती हैं, बात बात पर टोकती है. पड़ोसी से बात तक नहीं करने […]
भूल सुधार…..#कहानी
तुमसा नहीं देखा =============== आदित्य राय एक धार्मिक व्यक्ति हैं. यद्यपि वह एक बड़ कंपनी में इंजीनियर हैं, परन्तु बचपन से ही उनका रूझान धार्मिक कर्म-कांडों में रहा है. पौराणिक कथाएं पढ़ना, सत्संग आदि में जाना उन्हें पसंद है. उनकी उम्र के बच्चे जब अंग्रेज़ी उपन्यासों के दीवाने बने होते, तब उस उम्र में वह […]