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तुम्हारे सिवा कुछ दिखा ही नहीं है, हुआ क्या हमें ये पता ही नहीं है…. **अंशू पांडेय** की तीन ग़ज़लें आपकी नज़र!
अंशू पांडेय · ========= फिल से प्राप्त ग़ज़ल और आपकी नज्र मतला – तुम्हारे सिवा कुछ दिखा ही नहीं है हुआ क्या हमें ये पता ही नहीं है हमारी खता क्या ज़रा तुम बताओ मिली जो सजा वो वज़ह ही नहीं है बहुत लेके आते हैं नेता तो वादे बहुत सुन चुके कुछ नया ही […]
अपनी फ़ितरत से मजबूर तुम जब फिर भी छलोगे उसे तो यक़ीनन….
Madhu Singh ========= कुछ स्त्रियां हौसला होती हैं अपना और अपने परिवार का ऐसा नहीं कि वो टूटती नहीं बिखरती, रोती और बिलखती नहीं पर इन सबसे ऊपर होता है उनका आत्म विश्वास खुद को खुद ही जोड़ने का हुनर हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेने का हुनर अपनी कमजोरियों से लड़कर उन्हें अपनी […]
#माॅंगें_मिले_न_भीख…By-मनस्वी अपर्णा
मनस्वी अपर्णा ========== #माॅंगें_मिले_न_भीख किसी भी आम इंसान की तरह मुझे भी एक लंबे अरसे तक कुदरत के इंसाफ़ और नाइंसाफ़ी को लेकर अच्छी खासी ज़हनी जद्दोजहद रही है, मुझे भाग्यवाद का formula कभी समझ नहीं आया, मेरे दिमाग़ को प्रत्येक बात का कोई rationale answer चाहिए होता था, जबकि मेरे आस पास लगातार ऐसा […]