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*बहू मैं अपने बेटे से भरण-पोषण मांगने का हक़ रखती हूं*
DIl ki awaaz /दिल की आवाज ==================== *बहू मैं अपने बेटे से भरण पोषण मांगने का हक रखती हूं * नेहा अंदर कमरे में तैयार हो रही थी और विनीत उसका बाहर इंतजार कर रहा था। घड़ी की तरफ देखते हुए उसने नेहा को आवाज लगाई, “अरे मैडम, और कितनी देर लगेगी? पार्टी खत्म हो […]
गुरु बृहस्पति विचारमग्न बैठे थे…देवताओं के लाख सद्प्रयासों के बावजूद दानवों की प्रगति दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही थी…
चित्र गुप्त ============ चार्वाक दर्शन (जनश्रुति) ******************* गुरु बृहस्पति विचारमग्न बैठे थे। देवताओं के लाख सद्प्रयासों के बावजूद दानवों की प्रगति दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही थी। वे देवों पर युद्ध क्षेत्र से लेकर धर्म कर्म तक हर मामले में बीस ही साबित हो रहे थे। अचानक एक विचार उनके दिमाग में बिजली की […]
ग़लत संगत : पुलिस वाले अजय को ले गए और रमा फफक फफक कर रो पड़ी!
शीर्षक-गलत संगत रमा दो-तीन दिन से देख रही थी कि उसका 19 वर्षीय बेटा अजय दुकान से आते ही पीछे वाले आंगन में अपना फोन लेकर एक कोने में बैठ जाता था और किसी से धीरे-धीरे बात करता था। रमा को कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर एक दिन रमा ने अपने कानों में […]