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क्या मुझे रोता देख तुम्हारा मन पिघलता नहीं….
Geeta Baisoya · =============== क्या मुझे रोता देख तुम्हारा मन पिघलता नहीं…. मेरा मुरझाए चेहरे को देख, क्या तुम्हें बुरा लगता नहीं… क्यों तुम पत्थर दिल हो जाते हो… कैसे मुझे रोता छोड़, तुम सो जाते हो… रात अक्सर निकल जाती है मेरी,यही सोच में… क्या तुम्हें मेरी फिक्र नहीं, या तुम्हें अब मेरी जरूरत […]
“मैडम!…आपको जो असुविधा हुई, उसके लिए बहुत खेद है!
Deepak Modi ========== एक सुन्दर महिला ने विमान में प्रवेश किया और अपनी सीट की तलाश में नजरें घुमाईं। उसने देखा कि उसकी सीट एक ऐसे व्यक्ति के बगल में है। जिसके दोनों ही हाथ नहीं है। महिला को उस अपाहिज व्यक्ति के पास बैठने में झिझक हुई। वह ‘सुंदर’ महिला, एयरहोस्टेस से बोली ” […]
“याद है न! आज शाम को ठीक छ: बजे, कोर्ट में…! “
Vijay Kumar Tailong · ================ मोह भंग! °°°°°°°°° रतन जहाँ रहता था वहीं पास में खेल का कोर्ट था जहाँ रतन सुनील के साथ बैड मिन्टन खेलने जाया करता था। कुछ ऐसी आदत पड़ गई थी उसके साथ खेलने की कि शाम को रुका ही नहीं जाता था। कभी वह किसी अन्य कार्य से अपने […]