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पड़ोसी घर की बहू….रिया से नज़दीकियां मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रही थीं….
पड़ोसी घर की बहू बार-बार नाम लेकर पुकारने पर भी ऋषभ ने जवाब नहीं दिया. चाय ठंडी हुई जा रही थी, इसलिए विवश होकर मैं ही ऊपर पहुंच गई, जहां रिया अपनी छत पर खड़ी उससे बतिया रही थी. उनके प्रेमभरे ‘गुटर गूं’ में मेरे तीक्ष्ण स्वर “चाय पीनी है?” ने विघ्न डाल दिया. रिया […]
गंवार…एक लड़की की शादी उसकी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ एक सीधे साधे लड़के से हो जाती है….
कश्मीरा एण्ड शहरयार ================ गंवार.. एक लड़की की शादी उसकी मर्जी के खिलाफ एक सीधे साधे लड़के से हो जाती है जिसके घर में एक मां के आलावा और कोई नहीं है। दहेज मे लड़के को बहुत सारे उपहार और पैसे मिले होते हैं । लड़की किसी और लड़के से बेहद प्यार करती थी और […]
मेरे घर के बाजू में एक आंटी अकेले रहती थीं, वो…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============== करीब 32 साल पुरानी बात है, मेरे घर के बाजू में एक बुजुर्ग आंटी अकेले रहती थीं, वो शासकीय सहायता से गरीब बच्चों के लिऐ स्कूल चलाती थीं , जो आर्थिक योगदान उन्हें मिलता था उससे वो अपना जीवन यापन करती थीं बच्चो को खाने के नाम पर सिर्फ़ लकड़ियों से […]