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लोगों के गले मिलना अब छोड़ दो ‘नीलोफ़र’
DrNirmala Sharma ============ लोगों के गले मिलना अब छोड़ दो ‘नीलोफर’ दूर से ही मुस्कुराओ क्योंकि दुनिया का यह दस्तूर है कि जो जितना कसकर गले लगाता है वह उतना ही तेजी से पीठ में छुरा भोकता है जो जितना अधिक हमदर्द बनता है वही एक दिन आपके दुःख सरेआम करता है जो जितना अधिक […]
परिजनों की घोर अनिच्छा के कारण उसका विवाह नहीं हो सका!
Neelam Sourabh ============ · एक यक्षप्रश्न! _________________________________ एक विवाहित पुरुष का किसी से विवाह पूर्व का प्रेम सम्बन्ध था जिससे परिजनों की घोर अनिच्छा के कारण उसका विवाह नहीं हो सका। एक आदर्श पति की तरह अमुक ने धर्मपत्नी के प्रति अपने सारे कर्तव्य निभाये, साथ ही कठिन परिस्थितियों में अकेली छूट गयी प्रेमिका की […]
भगवान तो मात्र भाव के भूखे होते हैं,,,,,, लक्ष्मी सिन्हा की रचना पढ़िये!
Laxmi Sinha =============== जब ईश्वर का वास हृदय में माना गया है तो मंदिर जैसे उपासना स्थल क्यों बनाए जाते हैं? मंदिरों की स्थापना के पीछे उद्देश्य था कि पूजा, अर्चना और यज्ञ आदि द्वारा पवित्र तन्मात्राओं यानी पंचभूतों के सूक्ष्म रूप की सृष्टि की जाए। किसी साधु हृदय व्यक्ति हो पूजा का कार्यभार सौंपा […]