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इसराइली सेना ने उत्तरी लेबनान के इलाक़ों पर हवाई हमला किया, संयुक्त राष्ट्र ने की जांच की मांग की!!रिपोर्ट!!

संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी लेबनान में किए गए इसराइली हमले की जांच करने की मांग की है.

उत्तरी लेबनान में किए गए इसराइली हवाई हमले में 23 लोगों की जान गई थी. संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवीय मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता जेरेमी लॉरेंस के मुताबिक़ ईसाई बहुल गांव एतो पर किए गए इसराइली हमले से मानवीय क़ानून को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं.

लॉरेंस ने कहा कि इसराइली बमबारी में मारे गए लोगों में 12 महिलाओं और दो बच्चे भी शामिल हैं. यहां तक कि बचावकर्मी मंगलावर को भी ऐतो गांव में मलबे से शवों को बाहर निकाल रहे थे.

हालांकि इसराइली सेना (आईडीएफ़) ने अभी तक खुद पर लगे आरोपों या फ़िर इस हमले से जुड़ी कोई भी टिप्पणी नहीं की है.

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ पिछले हफ़्ते गुरुवार को बेरूत की एक इमारत पर इसराइली बमबारी में 22 लोग मारे गए थे.

वहीं कुछ और रिपोर्ट्स में ऐसा कहा गया है कि ये हमले बिना चेतावनी के किए गए थे और इसमें ईरान समर्थित गुट हिज़्बुल्लाह के वरिष्ठ सदस्य वाकिफ़ सफ़ा को निशाना बनाया गया था. इस हमले में 117 लोग मारे गए थे.

इसराइल ने पांच दिनों बाद फिर लेबनान की राजधानी बेरूत पर हमला किया

लगभग पांच दिनों के बाद इसराइली सेना ने एक बार फिर से लेबनान की राजधानी बेरूत पर हमले किए हैं.

वहीं दक्षिण लेबनान के नबातिह शहर में हुए इसराइली हमले में पांच लोगों की मौत हुई है. मारे गए लोगों में नबातिह के मेयर भी शामिल हैं.

मंगलवार की देर रात को इसराइली सेना ने बेरूत के दक्षिणी इलाक़ों पर हवाई हमला किया. इन हमलों को लेकर इसराइल का कहना है कि उन्होंने हिज़्बुल्लाह के अंडरग्राउंड गोदाम को अपना निशाना बनाया है.

इससे पहले लेबनान में अधिकारियों ने कहा था कि हाल ही में किए गए हमलो में लेबनान के दक्षिणी इलाक़ों में कई सारे लोगों की मौत हुई थी.

लेबनान के अलावा इसराइल ने ग़ज़ा पर भी हमले करना जारी रखा हुआ है. वहीं मंगलवार को अमेरिका ने इसराइल को पत्र लिख कर 30 दिनों में ग़ज़ा में मानवीय सहायता की पहुंच बढ़ाने के लिए कहा है.

अमेरिका का कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर वह इसराइल को दी जाने वाली सैन्य सहायता में कटौती भी कर सकता है.

बेरूत पर इस ताज़ा हमले से पहले मंगलवार को भी इसराइली सेना ने लेबनान के अलग-अलग जगहों पर बमबारी की थी.

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ इन हमलो में रियाक़ और बेका घाटियों में पांच लोग मारे गए थे.

वहीं लेबनान के दक्षिणी इलाके में भी पांच लोगों की मौत हुई थी. वहीं क़ाना के इलाक़े में किए गए इसराइली हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 30 लोग घायल हो गए थे.

सरकारी मीडिया के मुताबिक़ इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या 10 से ज़्यादा थी.

दक्षिण लेबनान में इसराइली सेना के हमले पर लेबनान के प्रधानमंत्री क्या बोले?

दक्षिण लेबनान के नबातिह शहर में इसराइली सेना के हमलों की लेबनान के प्रधानमंत्री ने निंदा की है.

लेबानान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “इसराइल ने जान-बूझकर नबातिह के स्थानीय प्रशासन की बैठक को निशाना बनाया.”

प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा, “इसराइली दुश्मन नागरिकों के ख़िलाफ़ अपराध कर रहे हैं. दुनिया इन अपराधों को लेकर चुप है और ये चुप्पी इसराइल को अपने अपराध जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करती है.”

इससे पहले, इसराइली सेना ने पुष्टि की थी कि उसने दक्षिण लेबनान के नबातिह शहर पर हमला किया है.

टेलीग्राम पर पोस्ट करते हुए आईडीएफ़ ने लिखा, “नबातिह शहर में हिज़्बुल्लाह के दर्जन भर ठिकानों को निशाना बनाया गया और हिज़्बुल्लाह के भूमिगत ठिकानों को नष्ट किया गया.”

इसराइल के इस हमले में पांच लोगों की मौत हुई है. मारे गए लोगों में नबातिह के मेयर भी शामिल हैं.