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Kaali Poster Row : मोइत्रा का भाजपा पर वार- ‘बंगालियों को न सिखाएं काली पूजा

टीएमसी सांसद मोइत्रा ने मां काली को लेकर विवादित टिप्पणियां की थीं। इसके बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज किए गए हैं। भाजपा मोइत्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रही है।

फिल्म काली के पोस्टर से छिड़ा विवाद थम नहीं रहा है। इस मामले में विवादित बयान देने के बाद निशाने पर आईं तूणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा पर पलटवार किया है। मोइत्रा ने आज कहा कि भाजपा बंगालियों को काली पूजा न सिखाए। वह खुद को हिंदू देवताओं की संरक्षक भी न समझे।

टीएमसी सांसद मोइत्रा ने मां काली को लेकर विवादित टिप्पणियां की थीं। इसके बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज किए गए हैं। भाजपा मोइत्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। गुरुवार को टीएमसी प्रमुख व बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी मोइत्रा को सधे शब्दों में परोक्ष नसीहत दी थी।

भाजपा अपना एजेंडा न थोपे
टीएमसी नेता ने आज भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि वह बंगाल के लोगों को यह न सिखाए कि काली पूजा कैसे होती है। भाजपा हिदू देवताओं की अभिरक्षक न बने। मोइत्रा ने कहा कि भाजपा उत्तर भारत में देवी-देवताओं की पूजा के तरीकों के आधार पर देश के अन्य हिस्सों के उन लोगों पर अपने विचार नहीं थोप सकती, जिनकी पिछले 2,000 वर्षों से अलग-अलग परंपराएं हैं।

परिपक्व नेता के रूप में अपनी बात रखी
सांसद मोइत्रा ने गुरुवार रात एक बंगाली समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखकर एक परिपक्व नेता के रूप में काम किया है, क्योंकि भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे को थोपने और अन्य जातीय समूहों पर अपने एकात्मक विचारों थोपने की कोशिश का एक साथ विरोध किया जाना चाहिए।

राम व हनुमान केवल भाजपा के नहीं
मोइत्रा ने कहा कि भाजपा को उत्तर भारतीयों की पूजा पद्धति को देश के अन्य हिस्सों के लोगों पर थोपने से बचना चाहिए। पश्चिम बंगाल में हिंदू सदियों से अपने सुस्थापित रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। भाजपा हमें यह सिखाने वाली कौन है कि देवी काली की एक विशेष तरीके से पूजा कैसे की जाती है? न तो भगवान राम और न ही भगवान हनुमान केवल भाजपा के हैं। क्या पार्टी ने हिंदू धर्म का पट्टा लिया है? काली भक्त होने के नाते, मुझे पता है कि काली की पूजा कैसे करनी है। हम पिछले दो हजार सालों से देवी की पूजा कर रहे हैं।

केस दर्ज करने वाले राज्यों को चुनौती
महुआ मोइत्रा ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने वाली भाजपा की राज्य सरकारों को चुनौती दी कि वे देवी काली को चढ़ाए जाने वाले प्रसादों को लेकर अदालतों में हलफनामा दायर करें। मोइत्रा ने सवाल किया कि क्या असम के सीएम कोर्ट में लिखित में दे सकते हैं कि कामाख्या देवी को क्या प्रसाद चढ़ाया जाता है? अन्य भाजपा शासित राज्यों की सरकारें भी कोर्ट में ऐसा ही हलफनामा दे सकती हैं कि उनके राज्यों में देवी को प्रसाद के रूप में क्या चढ़ाया जाता है?

फिल्म काली के पोस्टर से उठा विवाद
बता दें, टीएमसी की वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को एक चैनल के कार्यक्रम में यह कहकर विवाद छेड़ दिया था कि उन्हें एक व्यक्ति के रूप में काली की मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है। हर व्यक्ति के पास अपनी या प्रार्थना करने का उसका अनोखा तरीका। मोइत्रा ने यह बात तब कही थी जब फिल्म काली के पोस्टर को लेकर सवाल किया गया था। इस पोस्टर में काली को सिगरेट पकड़े हुए दर्शाया गया है।