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हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का एलान, महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों का एलान क्यों नहीं?!!वीडियो!!

चुनाव आयोग ने शुक्रवार को हरियाणा और जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है.

चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में- 18 सितम्बर, 25 सितम्बर और एक अक्तूबर को मतदान होगा.

हरियाणा में एक अक्तूबर को मतदान होगा. दोनों राज्यों में मतगणना चार अक्तूबर को होगी.

हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को समाप्त हो रहा है. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर से पहले जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का आदेश दिया था.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटें होंगी. ये परिसीमन के बाद की सीटें हैं.

चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर विधानसभा में इस बीर 3 सीटें बढ़ाई गई हैं. पिछली बार जम्मू कश्मीर विधानसभा में 87 सीटें थीं.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ”जम्मू कश्मीर की 90 सीटों में से 74 सामान्य हैं. वहीं अनुसूचित जनजाति के 9 और अनुसूचित जाति के लिए 7 सीटें आरक्षित की गई हैं.”

जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था. जम्मू-कश्मीर और लेह-लद्दाख.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर की तारीख़ों का एलान करते हुए बताया कि यहां कुल 87.09 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान मतदाताओं के उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार के इस्तेमाल का ज़िक्र किया और उम्मीद जताई कि मतदाता इस बार भी ऐसा करेंगे.

उन्होंने कहा, “19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा जैसे ही ख़त्म होगी 20 अगस्त को मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी. हमने मौसम और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए ऐसा किया है.”

राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर के युवाओं के लिए अपनी लिखी एक कविता भी पढ़ी, “लंबी कतारों में छिपी है बदलते सूरते हाल, रोशन उम्मीदें अब खुद करेंगी गोया अपनी तकदीरे बयानी, जम्हूरियत के जश्न में आपकी शिरकत दुनिया देखेगी नापाक इरादों के शिकस्त की कहानी.”

उधर हरियाणा एक अक्तूबर को मतदान होगा.

आयोग के अनुसार, हरियाणा में 10,321 मतदाता सौ वर्ष से ऊपर के हैं. जबकि 2.5 लाख मतदाताओं की उम्र 85 वर्ष से ऊपर है. इन मतदाताओं को विशेष सुविधा देते हुए उन्हें घर से मतदान की अनुमति दी जाएगी.

जब भी 85 वर्ष से अधिक मतदाता का घर से मतदान होता है तो राजनीतिक पार्टी के एजेंट वहां मौजूद रह सकते हैं और इसकी वीडियोग्राफ़ी भी होती रहेगी.

हरियाणा के 22 ज़िलों की 90 विधानसभा सीटों में 73 सामान्य और अनुसूचित जन जाति आरक्षित 17 सीटों पर चुनाव होंगे. यहां कुल 2.01 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

हरियाणा का मतदाता सूची 27 अगस्त को जारी हो जाएगी.

राजीव कुमार ने कहा कि मतदाता सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है, बावजूद हरियाणा और जम्मू कश्मीर में नामांकन से पहले अगर कोई व्यक्ति छूट गया कोई व्यक्ति अपना पंजीकरण करा सकता है.

चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण की अधिसूचना 28 अगस्त को, दूसरे चरण का 29 अगस्त को और तीसरे चरण का 5 सितम्बर को अधिसूचना जारी होगी.

इसी तरह पहले चरण के लिए 27 अगस्त, दूसरे चरण के लिए पांच सितम्बर और तीसरे चरण के लिए 12 सितम्बर को नामांकन की तारीख़ है.

जबकि नामांकन वापसी की तारीख़ पहले चरण के लिए 30 अगस्त, दूसरे चरण के लिए 9 सितम्बर और तीसरे चरण के लिए 17 सितम्बर है.

मतदान की तारीख़ पहले चरण की 18 सितम्बर, दूसरे चरण की 25 सितम्बर और तीसरे चरण की एक अक्टूबर को घोषित की गई है.

महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों का एलान क्यों नहीं?

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। महाराष्ट्र में भी चुनाव कराए जाने का अनुमान था, हालांकि आयोग ने फिलहाल इस राज्य में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा नहीं की है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराने से जुड़े एक सवाल पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे। उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था। हालांकि, इस साल 4 चुनाव हैं और इसके तुरंत बाद 5वां चुनाव भी कराया जाना है। जिन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली शामिल हैं।

महाराष्ट्र में क्यों नहीं हो रहे चुनाव?
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने साफ किया कि सुरक्षा बलों की जरूरत के आधार पर निर्वाचन आयोग ने फिलहाल दो राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है। उन्होंने चुनाव न कराने के दूसरे फैक्टर के रूप में महाराष्ट्र में भारी बारिश और आने वाले हफ्तों में कई त्योहारों का भी जिक्र किया।

#WATCH | On being asked about Assembly Elections in Maharashtra, Chief Election Commissioner Rajiv Kumar says, “Lat time, Maharashtra and Haryana Assembly elections were held together. At that time, J&K was not a factor but this time there are 4 elections this year and 5th… pic.twitter.com/YdmYjLg8rA

— ANI (@ANI) August 16, 2024

CEC ने जम्मू-कश्मीर की जनता पर जताया भरोसा
इससे पहले चुनाव आयुक्त ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बीते कुछ वर्षों में जम्मू कश्मीर के हालात में उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग को प्रदेश की जनता पर पूरा यकीन है। इस बात कड़ी सुरक्षा के बीच तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आयोग ने अमरनाथ यात्रा के साथ-साथ सेब के किसानों और कारोबारियों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा है। CEC ने कहा कि लोकतंत्र के प्रति समर्पित जनता तमाम चुनौतियों का मिलकर मुकाबला करेगी।