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आरएसएस, बीजेपी की फ़ील्ड फ़ोर्स नहीं हैं, स्वयंसेवकों को बीजेपी ने नज़रअंदाज़ किया : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखपत्र ‘ऑर्गनाइज़र’

लोकसभा चुनावों में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत ना मिलने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र ‘ऑर्गनाइज़र’ में छपे एक लेख में तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा गया है कि ये नतीजे ‘अति आत्मविश्वासी बीजेपी कार्यकर्ताओं का रियलटी चैक’ हैं.

संघ के मुखपत्र ‘ऑर्गनाइज़र’ में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है बीजेपी के कार्यकर्ता अपनी दुनिया में मग्न थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व की चकाचौंध में डूबे थे.

इस लेख में कहा गया है कि बीजेपी के लोगों तक आम लोगों की आवाज़ नहीं पहुंच पा रही थी.

इस लेख में ये भी कहा गया है कि आरएसएस बीजेपी की फ़ील्ड फ़ोर्स नहीं हैं.

लेख में कहा गया है कि चुनाव नतीजों से ये साफ़ हो गया है कि ऐसे स्वयंसेवकों को भी पार्टी ने नज़रअंदाज़ किया जो सोशल मीडिया की चकाचौंध के इस दौर में बिना किसी लालच के मेहनत कर रहे थे.

ये लेख आरएसएस से जुड़े रतन शारदा ने लिखा है. इसमें कहा गया है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं के ये अहसास ही नहीं था कि चार सौ पार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा उनके लिए एक लक्ष्य और विपक्ष के लिए चुनौती है.