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इस्लाम खीर, पूड़ी, हलवा, नेयाज़ या मुहर्रम के रास्ते नहीं चला
Shams Bond ============= मै जो मुसद्दस सीरीज #ختم_رسل लिख रहा हूं उसके मूल लेखक Badiuzzaman Sahar साहब हैं । जिन्होंने सही हदिसों के अध्ययन के बाद हूबहू परिस्थितियों को अपनी नज़्म में ढाले हैं,जिसमें शब्दों की अदायगी को साधारण बुद्धिमान लोगों के समझ में आए उसी अनुरूप में उतारा गया है । मै उस किताब […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-14 : पवित्र क़ुरआन चमकता हुआ सूर्य है जो अपने प्रकाशमयी मार्गदर्शन से अज्ञानता और अंधकार से मुक्ति दिलाता है!
पवित्र क़ुरआन के व्याख्याकारों के अनुसार सूरए तौबा का आरंभ बिस्मिल्लाह से न होकर वचन तोड़ने वाले शत्रुओं से विरक्तता से होना, इस गुट के प्रति ईश्वर के प्रकोप और क्रोध को दर्शाता है। पवित्र क़ुरआन के व्याख्याकारों के अनुसार सूरए तौबा का आरंभ बिस्मिल्लाह से न होकर वचन तोड़ने वाले शत्रुओं से विरक्तता से […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-10 : पवित्र क़ुरआन चमकता हुआ सूर्य है जो अपने प्रकाशमयी मार्गदर्शन से अज्ञानता और अंधकार से मुक्ति दिलाता है!
सूरए आराफ़ पवित्र क़ुरआन का सातंवा सूरा है। सूरए आराफ़ पवित्र क़ुरआन का सातंवा सूरा है। यह सूरा मक्का में उतरा। यह सूरा जिस समय उतरा उस समय तक पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने मदीना पलायन नहीं किया था। इस सूरे में 206 आयते हैं। सूरे आराफ़ की आरंभिक आयतों […]