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हरियाणा : निर्दलीय विधायकों और सरपंचों के बाद ज़िला परिषद सदस्यों ने भी पूर्व सीएम खट्टर के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया!

करनाल (हरियाणा)

हरियाणा में निर्दलीय विधायकों और सरपंचों के बाद सीएम सिटी के जिला परिषद सदस्यों ने भी पूर्व सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। करनाल जिला परिषद के 25 में से 20 सदस्यों ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लोकसभा चुनाव में करनाल से हराने के लिए काम करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री की गलत नीतियों के कारण गांवों में विकास नहीं हो पाया।

जिला परिषद कार्यालय में 20 सदस्यों ने बैठक करके यह निर्णय लिया है। वार्ड-1 के कुलदीप मढ़ान, वार्ड-10 से कृष्ण, वार्ड-21 के सदस्य राजसिंह वाल्मीकि और वार्ड-24 के सदस्य राजसिंह का कहना है कि मनोहर सरकार ने पंचायती राज के हक का हनन किया है।

उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण गांवों के स्वीकृत कार्यों में से भी 15 प्रतिशत भी पूरे नहीं हो पाए। महज दो लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक के काम के लिए टेंडर लगते हैं तो कोई एजेंसी आगे नहीं आती, ऐसे में काम नहीं हो पाया।

उनका आरोप है कि दिसंबर 2022 के बाद से सभी सदस्य मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल से मुलाकात का समय मांग रहे थे, लेकिन आज तक उन्हें समय नहीं दिया गया। सरपंचों पर भी सरकार ने लाठियां बरसाई। अब गांवों में लोग हमसे काम न होने पर जवाब मांगने लगे हैं। ऐसे में हम पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रचार करके कांग्रेस के प्रत्याशी को जितवाने का काम करेंगे।

विदित हो कि करनाल में भाजपा समर्थित जिला परिषद सदस्य ही चेयरमैन है। जिन सदस्यों ने पूर्व सीएम का करनाल लोकसभा में विरोध करने का एलान किया है, उनमें कई सदस्य कांग्रेस, इनेलो, जजपा और बसपा समर्थित हैं।