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रिटायर सरकारी अफ़सर की शक्ल फूफा जैसी निकल आती है
मुकेश नेमा ============== फूफा होना रिटायर होना है और रिटायर सरकारी अफ़सर की शक्ल फूफा जैसी निकल आती है ! अफ़सरी जाते ही ,सारी रौनक़ों के साथ साथ सरकारी कार बंगला ,संतरी भी विदा ले लेते हैं।पूरी श्रद्धा से हाँ में मुंडी हिलाने वाले ,जी सर कहने वाले विलुप्त हो जाते है।इसी तरह जब भी […]
बड़ी बहू होने के साथसाथ अब एक माँ हूँ इसलिए स्वार्थी हूँ…!!
सुमित्रा कमरे में काम कर रही थी कि उसी समय छह वर्षीय रुचि रोती रोती कमरे में आई। उसने पूछा भी पर रुचि बस रोए जा रहे थे। उसके लिए रुचि को संभालना मुश्किल होता जा रहा था।” अरे क्या हुआ बेटा? मेरी लाडो रानी क्यों रो रही है” पर रूचि थी कि रोना बंद […]
*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳**💐💐हार-जीत का फैसला💐💐*By – Satyavir Singh Bhuria
Satyavir Singh Bhuria ===================== *🌳🦚आज की कहानी🦚🌳* *💐💐हार-जीत का फैसला💐💐* बहुत समय पहले की बात है। आदि शंकराचार्य और मंडन मिश्र के बीच सोलह दिन तक लगातार शास्त्रार्थ चला। शास्त्रार्थ में निर्णायक थीं- मंडन मिश्र की धर्म पत्नी देवी भारती। हार- जीत का निर्णय होना बाक़ी था, इसी बीच देवी भारती को किसी आवश्यक कार्य […]