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हमें मर्यादा सिखाने वालो तुम अपनी मर्यादा क्यों भूल जाते हो….!!लक्ष्मी सिन्हा लेख!!
Laxmi Sinha ============ यहा किसी से भी उम्मीदें वफा मत कर….!! ए मेरे दिल….!! समझ ले के ये दौर पत्थरों का है….!! एक स्त्री के योनि से जन्म लेने के बाद उसके वक्षस्थल से निकले दूध से अपनी भूख, प्यास मिटाने वाला इंसान बड़ा होते औरतों से इन्ही दो अंको की चाहत रखता है, और […]
मुहब्बतों के शायर थे जिगर मुरादाबादी
जयचंद प्रजापति ============= मुहब्बतों के शायर थे जिगर मुरादाबादी ………… जिगर मुरादाबादी उर्दू के एक महान शायर व गजलकार थे जिनका जन्म मुरादाबाद में 6 अप्रैल 1890 को हुआ। बीसवीं सदी के इस महान शायर ने ’आतिश-ए-गुल’ किताब पर 1958 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। परेशानियों में जिंदगी बीती। पढ़ाई नही कर सके। घर पर […]
क्या महानंद चट्टोपाध्याय का सच किसी को पता चल गया था ?
पिशाचिनी ने एक दिन मुझे अपना अलग से कमरा लेने के लिए कहा । यह एक स्वाभाविक बात थी क्योंकि डोम के झोपड़े में वह स्वतंत्रता नहीं मिल सकती थी जो उस पिशाचिनी को अपनी क्रियाओं के लिए आवश्यक थी । उसके निर्देशानुसार मैं चल पड़ा …… पर यह जानने से पहले की पिशाचिनी ने […]