

Related Articles
*ओशो ने बताया कुम्भ का महत्व*
Prem anand ============= *ओशो ने बताया कुम्भ का महत्व* इसमें कई बातें हैं। पहली बात जो समझ लेने की है वह यह कि ये जो करोड़ लोग इकट्ठे हो गए हैं एक अभीप्सा और एक आकांक्षा से, एक प्रार्थना से, एक ध्वनि, एक धुन करते हुए आ गए हैं, यह एक पूल बन गया चेतना […]
तुम मनसुख बाबा के ”असली वारिस” हो….
Ghanshyam Singh ———————– असली वारिस…. एक लगभग 80 वर्ष की वृद्धा ने खाना परोस रहे व्यक्ति के कान में धीमे से कहा- बेटा जुगल ! बड़े दिनों से गुलाब जामुन खाने का मन है । अगली बार आइयो तो बाबू लेके आइयो । जुगल मुस्कुराते हुए बोला – ठीक है अम्मा ले आऊँगा, पर तुम्हें […]
समय पुराना था, घर की बेटी, पूरे गाँव की बेटी होती थी…आज की बेटी पड़ोसी से ही असुरक्षित हैं…!…by-अंगद अग्रहरि
Anand Agrahari ============= समय पुराना था 🩸तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे …! आज कपड़ों के भंडार हैं, फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते हैं समाज सभ्य जो हो गया हैं । 🩸समय पुराना था, आवागमन के साधन कम थे। फिर भी लोग परिजनों से […]