

Related Articles
तलाक़ जैसा फ़ैसला मत लेना….इसके बाद तुम्हारी जिंदगी और भी बत्तर हो जाएगी!
जब मेरी शादी हुई थी तो मेरी उम्र महज 22 साल थी पतिदेव की उम्र 33 साल थी, शादी के शुरुवाती दिन में हमारे बीच सब अच्छा था, दिन में कितना भी झगड़ा हो लेकिन रात में पति को करीब आएता देख हम दोनो भूल कर एक हो जाते ! पहले तो मैंने घर वालों […]
“दुःख की कविता में जो ‘वाह’ कहता है, उसे कविता की समझ हो सकती है- दुःख की नहीं”
Baabusha Kohli Writer Lives in Jabalpur, Madhya Pradesh ============== ट्रेन आने में केवल तीन मिनट बचे थे, जब कल शाम हम रेलवे स्टेशन पहुँचे। सेनोरिटा को लग रहा था कि ट्रेन छूट जाएगी। चुपचाप दिमाग़ में प्लान- बी एक्टिवेट कर लिया था, मगर ट्रेन मिल गई। कोहरे से ढँकी सड़क पर रोड ट्रिप करने की […]
खूबी हज़ार होंगी तेरे बादशाह में, जनता से मगर इनका सरोकार नहीं है…..चित्र गुप्त
चित्र गुप्त =============== कुछ और नाम रख दो ये तलवार नहीं है। जगमग है खूब इसमे मगर धार नहीं है। खूबी हजार होंगी तेरे बादशाह में जनता से मगर इनका सरोकार नहीं है। होने की फिक्र वो है जो हो सकते नहीं हम हासिल रहा है जो वही स्वीकार नहीं है। हाथों को बांधे बैठा […]