

Related Articles
चलो लड़कियों बखेड़ा खड़ा करते हैं
Surendra Kalyana Nokha ============ चलो लड़कियों बखेड़ा खड़ा करते हैं नौ रात्री शुरू होने वाली थी। मंदिर के सजावट और व्रत का सामान लेना था। प्रिया और उसकी दोनो नंदे बाजार की ओर निकल पड़ीं। बाजार में भीड़ के साथ साथ बड़ी रौनक भी थी और शोर भी। पूरा मार्केट सजा हुआ था। ननद भाभियां […]
”कई सुनहरी और ख़ुशनुमा यादों का बक्सा अनिरूद्ध ने अपने दिल में सहेजकर रखा है”
Seema Devendra Pandey ============ · अनिरूद्ध अभी ऑफिस जाने की तैयारी कर ही रहा था, तभी एक अंजान नंबर से उसके मोबाइल पर कॉल आया. अनिरूद्ध के फोन उठाते ही उधर से उस व्यक्ति ने कहा, “नमस्ते अवस्थीजी मैं रायपुर से एस्टेट एजेंट बजाज बोल रहा हूं. आपका पांच मिनट समय चाहिए.” एस्टेट एजेंट सुनते […]
मजबूरी में मैं आपके पास आई हूँ””
रात तक़रीबन 9 बजे दफ़्तर से लौटने के क्रम में प्रफुल्ल बाबू की चमचमाती मर्सिडीज कार जैसे ही उनके घर के मुख्य फाटक में घुसी,ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी तेज़ी से दौड़कर उनके पास पहुंचा औऱ उन्हें सैल्यूट करते हुए कहा…“साहब, एक महिला आपके लिए लिखी गई किसी व्यक्ति की एक चिट्ठी लेकर न जाने कब […]