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कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के भतीजे और सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कई ‘अश्लील वीडियो’ सामने आये, कुमारास्वामी ने कहा….

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने अपने भतीजे और सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कई कथित ‘अश्लील वीडियो’ सामने आने पर कहा है कि जांच से सच सामने आने दीजिए.

पूर्व मुख्यमंत्री कुमारास्वामी का कहना है कि प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी जाने से उनका कोई लेना देना नहीं है.

कुमारास्वामी ने कहा है कि यदि जांच में रेवन्ना की ज़रूरत है तो उसे वापस लाना एसआईटी की ज़िम्मेदारी है.

रविवार को टिप्पणी करते हुए कुमारास्वामी ने कहा है कि वो इस मामले पर टिप्पणी करने से पहले तथ्यों के सामने आने का इंतजार करेंगे.

प्रज्वल रेवन्ना, हासन से जेडीएस के सांसद हैं और यहां से उम्मीदवार भी हैं. हासन सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है.

कर्नाटक सरकार ने रेवन्ना के कई महिलाओं के साथ कई कथित अश्लील वीडियो सामने आने के बाद इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है.

33 वर्षीय प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बड़े बेटे और विधायक रेवन्ना देवगौड़ा के बेटे हैं.

हासन में मतदान से कुछ दिन पहले ऐसे कई वीडियो शेयर किए जाने लगे जिनमें कथित रूप से रेवन्ना दिखाई दे रहे थे.

इस पूरे प्रकरण पर टिप्पणी करते हुए एचडी कुमारास्वामी ने पत्रकारों से कहा, “हासन से जुड़ा ये मामला चुनावों के समय में सामने आया है, पूरे तथ्य सामने आने दीजिए.”

कर्नाटक महिला आयोग की मांग पर कर्नाटक सरकार ने सांसद के कथित वीडियो की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

प्रज्वल ने अपने चुनावी एजेंट के ज़रिए पुलिस को अपने ‘फ़र्ज़ी वीडियो’ वायरल होने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है.

सांसद के कथित अश्लील वीडियो के मामले में कर्नाटक सरकार ने एसआईटी गठित की

इमरान क़ुरैशी, बैंगलुरू से

कर्नाटक में जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कथित रूप से कई महिलाओं के साथ ‘कई अश्लील वीडियो’ की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने अतिरिक्त डीजीपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है.

सांसद रेवन्ना पर महिलाओं के उत्पीड़न के आरोप भी लग रहे हैं.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बयान में कहा है, ‘हासन ज़िले में अश्लील वीडियो शेयर किए जा रहे हैं, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध हुए हैं.’

कर्नाटक महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने राज्य के पुलिस प्रमुख आलोक मोहन को इस बारे में पत्र लिखकर एसआईटी गठित करने की मांग की थी. इसके बाद ही राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

एक पीड़ित महिला की शिकायत के बाद महिला आयोग ने पुलिस को पत्र लिखकर शिकायत की थी.

पीड़िता ने अपनी जान को ख़तरा भी बताया था. इस संबंध में हासन के एक पुलिस थाने में एफ़आईआर भी दर्ज हुई है.

बीते रविवार को कथित रूप से पेनड्राइव में उपलब्ध ये वीडियो हासन लोकसभा क्षेत्र में वायरल होने शुरू हुए थे. इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ है.

प्रज्वल रेवन्ना, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं. रेवन्ना हासन सीट से फिर से मैदान में हैं. रेवन्ना एचडी रेवन्ना के बेटे हैं जो होलेनारसीपुर से विधायक हैं.

कर्नाटक पुलिस ने सरकार को बताया है कि प्रज्वल रेवन्ना कल ही भारत से जर्मनी रवाना हुए हैं.

प्रज्वल रेवन्ना के चुनाव एजेंट पूर्णचंद्रा तेजस्वी ने 21 अप्रैल को दी शिकायत में नवीन गौड़ा और अन्य लोगों के ख़िलाफ़ रेवन्ना का ‘फ़र्ज़ी वीडियो’ वायरल करने के आरोप लगाये थे.

इस शिकायत में कहा गया था कि राजनीतिक उद्देश्य से रेवन्ना के वीडियो घर-घर बांटे जा रहे हैं.

इन वीडियो और आरोपों की जांच के लिए जिस एसआईटी का गठन किया गया है उसका नेतृत्व एडीजीपी बीके सिंह करेंगे.

सिंह इससे पहले पत्रकार गौरी लंकेश के क़त्ल के मामले में गठित एसआईटी का नेतृत्व कर चुके हैं.

इस एसआईटी में सहायक आईजीपी सुमन डी पेनेकर और मैसूर ज़िले की एसपी सीमा लतकर शामिल हैं.

इसी बीच जेडीएस के नेता और पूर्व मंत्री जीटी देवेगौड़ा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी एसआईटी के गठन का स्वागत करती है.

वहीं, इस मामले पर बीजेपी के एक प्रवक्ता ने कहा है कि ये एक व्यक्ति से जुड़ा हुआ निजी मामला है.