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मोदी जी, इधर-उधर की छोड़िए और महंगाई, बेरोज़गारी, बदतर अर्थव्यवस्था की बात करिए, बिहार में दूसरे चरण की पाँचों सीट जीत रहे हैं : तेजस्वी यादव

Tejashwi Yadav
@yadavtejashwi
माताओं-बहनों का सुहाग छिनने वाले अपनी उपलब्धियां (अगर है तो) गिनाने की बजाय वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए अब मंगलसूत्र के बारे में बातें कर रहे है।

हमारी माताएँ बहने मंगलसूत्र किस लिए पहनती है? अपने सुहाग के लिए ना? मंगलसूत्र सुहाग की निशानी है। अब बताइए हमारे देश की माताओं-बहनों का सुहाग कौन छिन रहा है?

𝟏. पुलवामा में 𝐂𝐑𝐏𝐅 के जिन जवानों ने शहादत दी, उनका सुहाग मोदी सरकार ने छिना। उन्हें शहीद का दर्जा तक नहीं दिया?
𝟐. चीन ने हमला किया, उसमें सेना के जवान शहीद हुए उनका सुहाग मोदी सरकार ने छिना। बोले, हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है?
𝟑. नोटबंदी के तानाशाही फैसले के कारण बैंकों की लाइनों में जो मरे, उनके सुहाग किसने छिने?
𝟒. 𝟖𝟎𝟎 किसानों ने किसान आंदोलन में जो शहादत दी? वो किसके सुहाग थे, उन माताओं- बहनों का सुहाग और मंगलसूत्र किसने छीना?
𝟓. बेरोज़गारी, गलत कृषि नीति और बदहाल अर्थव्यवस्था के कारण जिन लाखों किसानों, युवाओं और व्यापारियों ने आत्महत्याएं की, उनका सुहाग मोदी जी किसकी वजह से छीना गया?

मोदी जी, 𝟐𝟎𝟏𝟒 में 𝟏𝟎 ग्राम सोने के मंगलसूत्र की कीमत 𝟐𝟒 हजार थी जो अब कई गुणा बढ़कर 𝟕𝟑 हजार हो गयी है। आपने महंगाई, बेरोजगारी इतनी बढ़ा दी है कि अब देश की 𝟗𝟓% महिलाएँ आपके कारण अपने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र तक भी नया नहीं खरीद सकती।

मोदी जी, इधर-उधर की छोड़िए और महंगाई, बेरोज़गारी एवं बदतर अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों की बात करिए।