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साहिर लुधियानवी…..कभी-कभी
Farooque Rasheed Farooquee ============ . साहिर लुधियानवी कभी-कभी कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि ज़िन्दगी तेरी ज़ुल्फ़ों की नर्म छाॅंव में गुज़रने पाती तो शादाब हो भी सकती थी ये तीरगी जो मेरी ज़ीस्त का मुक़द्दर है तेरी नज़र की शुआओं में खो भी सकती थी अजब ना था कि मैं बेगाना-ए-अलम होकर […]
जो पूरे ना हो सके वो ख़ाब….डॉ. विजया सिंह की रचनायें पढ़िये!
Dr.vijayasingh Alwar, India, Rajasthan Dr.vijayrani1@gmail.com ============== जो पूरे ना हो सके वो ख्वाब उनका टूट जाना ही अच्छा जो ना बन सके कभी अपने उनका रूठ जाना ही अच्छा यूँ तो सफर कटता नहीं अकेले मगर बेवफा सनम से तन्हाई का आलम ही अच्छा चिरागों की रोशनी से ख़फ़ा तो नहीं मैं मगर उनकी बेतुकी […]
आपके पापा इज़्ज़त से रोटी तो कमाते हैं न! चोरी तो नहीं करते कहीं!
Poonam Jarka · =============== #पहचान_TrueFriend आज नवीं कक्षा में पढ़ने वाला अमन, पापा की मदद करने सलून पर आया था। एक लड़का छुट्टी पर था, और रविवार के कारण भीड़ रहती थी। वह याद करने का काम साथ ही ले आया था। अमन पढ़ने-लिखने में होशियार था, जिससे महेश के मन को बहुत संतोष रहता […]