Related Articles
सभी को अपने तुच्छ स्वार्थ भूलकर परिवार की समृद्धि के लिए काम करना चाहिए : लक्ष्मी सिन्हा का लेख
Laxmi Sinha ============= · परिवार सामाजिक संगठन की प्रथंम इकाई है। समाजिक शक्ति परिवारिक शक्ति पर निर्भर करती है।इसीलिए समाज के सशक्तिकरण के लिए परिवार का सशक्त होना जरूरी है। जब हम परिवार की बात करते हैं तो रक्त संबंध के सभी रिश्ते परिवार की श्रेणी में आ जाती है, जैसे माता _पिता, पति _पत्नी, […]
स्वयं का उत्थान और पतन हमारी ही हाथों में है : लक्मी सिन्हा का लेख!
Laxmi Sinha ============ हमारी सोच ही हमारी जीवन के गंतव्य की दिशा और लक्ष्य निश्चित करती है। स्वयं का उत्थान और पतन हमारी ही हाथों में है। सकारात्मक विचार दिव्या ऊर्जा के स्रोत है। जो व्यक्ति इन विचारों को अंगीकार करता है, वह अपने चारों ओर के परिवेश को भी सकारात्मक ऊर्जा से भर देता […]
मूँगफली के छिलके : मुकेश कुमार की रचना
Kumar Mukesh · ============= · मूँगफली के छिलके : ————— संतोष रोज़ शाम की तरह आज भी टहल कर वापस आया और टीवी वाले रुम में रखे टेबल पर बैठ गया. छोटा भाई और संतोष की बेटी टीवी देख रहे हैं. दोनों टीवी देखने में इतने मशगूल हैं की ध्यान ही नहीं दिया. संतोष की […]