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नेतन्याहू के रफ़ाह में सैन्य अभियान के लिए तारीख़ तय की, हमास की प्रतिक्रिया जानिये!

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इसराइल ने ग़ज़ा के शहर रफ़ाह में सुनियोजित सैन्य अभियान के लिए तारीख़ तय कर ली है.

उनकी सरकार पिछले कई सप्ताह से ग़ज़ा के इस दक्षिणी शहर में सैन्य अभियान शुरू करने के संकेत देती रही है. ग़ज़ा में पिछले करीब छह महीने से जारी इसराइली बमबारी के बीच 15 लाख फ़लस्तीनी रफ़ाह में शरण लिए हुए हैं.

मिस्र, फ्रांस और जॉर्डन ने इसराइल से इस योजना को रोकने की मांग की है. बयान में कहा गया है कि इसके ‘ख़तरनाक परिणाम’ होंगे.

नेतन्याहू ने कहा है कि रफ़ाह में सैन्य अभियान के लिए तारीख़ पर आंतरिक रूप से सहमति बनी है. हालांकि उन्होंने इस बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं दी.

उन्होंने कहा, “जीत के लिए रफ़ाह में एंट्री और आतंकवादियों का ख़ात्मा ज़रूरी है, ऐसा होगा और इसके लिए एक तारीख़ है.”

हमास ने पिछले साल सात अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था और क़रीब 1,200 लोगों की इस हमले में मौत हुई और 250 लोगों को बंधक बना लिया गया.

इसके बाद इसराइल ने ग़ज़ा में सैन्य अभियान शुरू किया और अब तक 33,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

नेतन्याहू के रफ़ाह में सैन्य अभियान के लिए तारीख़ तय करने के बाद आई हमास की प्रतिक्रिया

इसराइल के रफ़ाह में सैन्य अभियान शुरू करने के बयान के बीच हमास ने कहा है कि इसराइल की ये चेतावनी इसराइली बंधकों को छोड़े जाने के बदले संघर्षविराम को लेकर हो रही वार्ता पर सवाल खड़ी करती है.

हमास के प्रवक्ता समी अबू ज़हरी ने कहा है कि मिस्र में मध्यस्थों ने जो प्रस्ताव दिए हैं, समूह उसकी समीक्षा कर रहा है लेकिन उन्होंने इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू के बयान की निंदा की है.

नेतन्याहू ने सोमवार को कहा था कि रफ़ाह में सैन्य अभियान के लिए तारीख तय कर ली गई है.

फ्रांस, जॉर्डन और मिस्र ने इसराइल से कहा है कि वो रफ़ाह में इस तरह की कार्रवाई न करें क्योंकि यहां बड़ी संख्या में फ़लस्तीनी लोगों ने शरण लिया हुआ है.

अमेरिका भी इस अंतरराष्ट्रीय कोशिश में शामिल हो गया है.

मिस्र के अधिकारियों ने बताया है कि मध्यस्थों की तरफ़ से संघर्षविराम के लिए पेश प्रस्ताव में छह सप्ताह का संघर्ष विराम है शामिल है. इसके बदले प्रस्ताव रखा गया है कि हमास 40 बंधकों को रिहा करेगा और इसराइल, कै़द में रह रहे कम से कम 700 फ़लस्तीनियों को छोड़ेगा.