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तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 62-68 : पार्ट-35
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 69 -78 إِنَّهُمْ أَلْفَوْا آبَاءَهُمْ ضَالِّينَ (٦٩) فَهُمْ عَلَىٰ آثَارِهِمْ يُهْرَعُونَ (٧٠) وَلَقَدْ ضَلَّ قَبْلَهُمْ أَكْثَرُ الْأَوَّلِينَ (٧١) इन आयतों का अनुवाद हैः ये वे लोग हैं जिन्होंने अपने बाप-दादा को पथभ्रष्ट पाया।(37:69) इसके बाद भी वे उन्हीं के पद-चिन्हों पर दौड़ रहे हैं।(37:70) निश्चय ही उनसे पहले वाले अधिकतर लोग भी […]
अमानत को अदा करना, जिसकी अमानत हो चाहे वह मुसलमान हो या काफ़िर
पार्सटुडे- हदीसों के अनुसार समझौते के प्रति वफ़ा समस्त धर्मों का सार व निचोड़ है। समझौते के प्रति वचनबद्धता का मतलब उन समस्त चीज़ों को पूरा करना है जिनका वचन दिया है। यहां हम समझौते के प्रति कटिबद्ध रहने के प्रति पैग़म्बरे इस्लाम और उनके उत्तराधिकारी की कुछ हदीसों को बयान कर रहे हैं। पैग़म्बरे […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-33 : न्याय वह चीज़ है जिस पर पूरा ब्रह्मांड चल रहा है!
सूरे इसरा में महान ईश्वर कहता है” आपके पालनहार ने आदेश दिया है कि उसके अलावा किसी और की उपासना न की जाये और माता- पिता के साथ भलाई की जाये। जब भी उनमें से एक या दोनों तुम्हारे सामने बूढे हो जायें तो उनका न्यूनतम अपमान भी नहीं करना और उन्हें झिड़कना नहीं और […]