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जन्म देने वाली माता की वंदना : देव राज बंसल के भजन पढ़िये!
Dev Raj Bansal Hyderabad From Kasauli ============== प्रभु को अर्जी भेज रहा प्रभु अर्जी मैं तुमको कहीं ना इसे दबा लेना स्वयं पढ़ने का समय ना हो किसी से इसे पढवा लेना धरती को तुमने क्या दिया बार-बार लेकर अवतार तब भी थी यह लाल हुई अब भी वह खून की धार जब तुम गए […]
कामरेड शशि प्रकाश की ताज़ा कविता … हमारे लहूलुहान समय का एक दृश्य-चित्र!
* स्टिललाइफ़ 2023 तिपहरी उदास, सुनसान। एकाकी उचाट आत्मा पर ग्लानिग्रस्त गुलाब की छाया गिरती हुई अनमनी। पुराने बरगद की लटकती बरोहें डोलती हुई हवा में जिन्हें फिर से मिट्टी तक पहुँच कर नयी जड़ें बनना था। मनहूसी भरे आसमान में पुच्छल तारे सी उगी एक बन्दूक। नीचे कंसंट्रेशन कैम्प जैसी किसी आतंककारी इमारत के […]
मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें…!
Shikha Singh ============== कालिदास बोले :- “माते पानी पिला दीजिये बड़ा पुण्य होगा” स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं, अपना परिचय दो…! मैं अवश्य पानी पिला दूंगी…! कालिदास ने कहा :- मैं “पथिक” हूँ, कृपया पानी पिला दें…! स्त्री बोली :- “तुम पथिक कैसे हो सकते हो” ? , पथिक तो केवल दो […]