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तौहीद और शिर्क : क्या ईश्वर के सिवा कोई और रचयिता है, जो तुम्हें आकाश और धरती से रोज़ी देता हो? : पार्ट-26
सूरए यासीन की आयतों की व्याख्या ख़त्म होने के बाद इस कार्यक्रम से सूरए साफ़्फ़ात की आयतों की व्याख्या शुरू कर रहे हैं। यह सूरा मक्के में नाज़िल हुआ है और क़ुरआने मजीद का 37वां सूरा है। अन्य मक्की सूरों की तरह इस सूरे में भी धार्मिक आदेशों के बजाए आस्था संबंधी मामलों पर अधिक […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 123-132 : पार्ट-41
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 123-132 وَإِنَّ إِلْيَاسَ لَمِنَ الْمُرْسَلِينَ (123) إِذْ قَالَ لِقَوْمِهِ أَلَا تَتَّقُونَ (124) أَتَدْعُونَ بَعْلًا وَتَذَرُونَ أَحْسَنَ الْخَالِقِينَ (125) اللَّهَ رَبَّكُمْ وَرَبَّ آَبَائِكُمُ الْأَوَّلِينَ (126) इन आयतों का अनुवाद हैः और निःसंदेह इलयास भी रसूलों में से थे। (37:123) याद करो, जब उन्होंने अपनी क़ौम के लोगों से कहा, “क्या तुम डर नहीं […]
तौहीद और शिर्क : वही क़यामत के दिन अपने बंदों के बीच उन चीज़ों का फ़ैसला करेगा जिनके बारे में वे झगड़ रहे होंगे : पार्ट-6
https://www.youtube.com/watch?v=jMXLPWsfxpk ज़ोमर आयतें 46-50 قُلِ اللَّهُمَّ فَاطِرَ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ عَالِمَ الْغَيْبِ وَالشَّهَادَةِ أَنْتَ تَحْكُمُ بَيْنَ عِبَادِكَ فِي مَا كَانُوا فِيهِ يَخْتَلِفُونَ (46) इस आयत का अनुवाद हैः (ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ ख़ुदा (ऐ) सारे आसमान और ज़मीन पैदा करने वाले, ज़ाहिर व पोशीदा के जानने वाले तू ही अपने बंदों के दरमियान […]