दुनिया

शैतानों शर्म करो, ग़ज़्ज़ा के लोग जानवरों के खाने से इफ़्तार कर रहे हैं!

ब्रिटिश पत्रकार “रिचर्ड मेधासेट” ने एक ट्वीट में ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन के अपराधों के संबंध में पश्चिमी राजनेताओं के दोहरे रुख़ की आलोचना की है।

ब्रिटिश पत्रकार “मेधासे” ने एक्स सोशल नेटवर्क पर एक पोस्ट में लिखा कि

क्या पश्चिमी राजनेता “रमज़ान मुबारक” की सुर्खियों पर दया और कृपा दिखा सकते हैं? इस हक़ीक़त का यही अस्ल कारण है कि ग़ज़्ज़ा के लोग रमज़ान नहीं मना सकते और न ही क्रिसमस का जश्न मना सकते।

ग़ज़्ज़ा में कुछ भी खाने पीने को नहीं है, ग़ज़्ज़ा के लोग प्रतिदिन कैसे और किस खाने से खाने से रोज़ा खोलते हैं? जानवरों के खाने के साथ? शैतानो शर्म करो।


अमरीकी ख़ुफ़िया रिपोर्ट में हमास को ख़त्म करने की इस्राईल की क्षमता पर सवालिया निशान

एक अमेरिकी ख़ुफ़िया रिपोर्ट में हमास को ख़त्म करने की इस्राईल की क्षमता पर सवाल उठाया गया है।

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी गुट वर्षों तक ज़ायोनी शासन के सामने बड़ी चुनौती पेश कर सकता है।

सोमवार को जारी की गई 2024 वार्षिक ख़तरा आकलन नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्राईल, ग़ज़ा पट्टी फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार के बावजूद, हमास को नष्ट करने की क्षमता नहीं रखता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्राईल को आने वाले वर्षों में हमास से लंबे समय तक सशस्त्र प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा और ज़ायोनी सेना, हमास के भूमिगत बुनियादी ढांचे को बेअसर करने के लिए संघर्ष करती रहेगी।

इस रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि ग़ज़ा युद्ध को पांच महीने बीत चुके हैं और अब इसके इलाक़े में फैलने का ख़तरा बढ़ता जा रहा है।

इस बीच, ग़ज़ा में मौत और विनाश के समाप्त नहीं होने वाले चक्र के कारण, दुनिया भर में अमरीका के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है इस वजह से अमरीका के अरब साझेदारों के लिए चुनौती पैदा हो गई है।