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पैगम्बर मोहम्मद साहब ने हुक्म दिया है कि “मज़दूर का पसीना सूखने से पहले उसकी मज़दूरी देदो”
@मुफ़्ती उसामा इदरीस नदवी इस्लाम एक आसान दीन का नाम है ,जिसमें इंसान को ज़िन्दगी गुज़ारने के लिये हर मोड़ पर रहनुमाई मौजूद है,इस्लाम ने पूँजीवाद को कभी बढ़ावा नही दिया है,बल्कि अपने मूलभूत सिद्धांतों में अमीर की तिजोरी से माल को गरीब के कटोरे में पहुंचाना एक धर्म और महापुण्य का नाम दिया है,ऐसे […]
अल्लाह ज़ालिम और उससे बदला लेगा जो मज़लूम की मदद न करे : आठ चुनिन्दा हदीसें
पार्सटुडे- पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं” मज़लूम की बद्दुआ से डरो यद्यपि वह काफ़िर ही क्यों न हो, क्योंकि मज़लूम की बद्दुआ के सामने कोई रुकावट नहीं है। ज़ुल्म का अर्थ अत्याचार है यानी अपने आप पर या दूसरे के अधिकारों पर ज़ुल्म करना। जो बुरा व ग़लत काम करता है वह अपने आप पर ज़ुल्म […]
फ़िलिस्तीनियों के ईमान की शक्ति से प्रभावित होकर ऑस्ट्रेलिया की 30 ईसाई महिलायें इस्लाम मज़हब में दाखिल हुई : वीडियो
Wajidkhan @realwajidkhan गाजा के मुसलमानों ने अपने इमान अपने होसलों से इस्लाम के पैगाम को घर घर तक पहुचाया है मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की 30 ईसाई महिलाओं ने इस्लाम कबूल की है। घोषणा की है की वे गाजा में हमास के प्रतिरोध और फिलिस्तीनियों के विश्वास (ईमान) की शक्ति से प्रभावित होकर इस्लाम में दाखिल हुई […]