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किसानों का आज देशभर में रेल रोको आंदोलन : अमृतसर, लुधियाना, बठिंडा-श्रीगंगानगर में रोकी गयी रेल, सिरसा में किसान नेता नज़रबंद : रिपोर्ट

किसान आज चार घंटे 12 से चार बजे शाम तक देशभर में रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं । खास कर पंजाब की यात्रा करने वाले लोगों को आज परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रेलवे स्टेशन और आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रशासन मुस्तैद है।

किसानों का दावा: बठिंडा-श्रीगंगानगर के बीच नहीं चली कोई ट्रेन
पंजाब के अबोहर में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक जाम किया। भाकियू खोसा के प्रांतीय सचिव गुणवंत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की कारपोरेट हितैषी नीतियां किसानों को खत्म करने पर तुली हैं। इसके विरोध में पिछले 17 दिनों से शंभू बॉर्डर पर धरना चल रहा है लेकिन सरकार किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। आज बठिंडा-श्रीगंगानगर के बीच कोई ट्रेन नहीं चली। उन्होंने कहा कि सरकार की इसी किसान विरोधी नीति के खिलाफ आज पूरे पंजाब में रेल रोको आंदोलन चलाया गया।

मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ने की कोशिश
शंभू टोल के पास रेलवे ट्रैक पर किसानों ने मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ने का प्रयास। इस पर तुरंत पुलिस ने उन्हें रोका और किसान नेताओं को समझा कर पीछे किया। उधर, ऐलनाबाद में किसानों व पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया।

लुधियाना स्टेशन पर ट्रेनों को रोका गया
अमृतसर रेलवे स्टेशन पर किसानों ने प्रदर्शन किया। वहीं देवीदासपुरा में रेल ट्रैक बाधित किया। अबोहर और बठिंडा में भी किसानों का रेल ट्रैक पर धरना जारी है। उधर, लुधियाना रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को रोका गया है।

सिरसा में किसान नेता नजरबंद
हरियाणा के सिरसा के किसान नेता मिठू सिंह ने अपने फेसबुक के माध्यम से जानकारी दी कि उन्हें पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। मिठू कंबोज ने वीडियो जारी कर बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आज 12 से चार बजे तक पूरे देश में रेल रोकने का आह्वान किया था। डबवाली में भी हरियाणा किसान एकता डबवाली के बैनर तले रेले रोकना था। मगर पुलिस ने सुबह ही घर में नजरबंद कर दिया। उधर, सिरसा में पुलिस बल, बैरिकेडिंग, एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियों को तैनात किया गया है।

शंभू बॉर्डर पर भी रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। मोहाली रेलवे स्टेशन पर भी रेल ट्रैक पर किसान मौजूद हैं। ऐसा ही नजारा सरसिनी रेलवे ट्रैक पर भी देखने को मिल रहा है। हालांकि अंबाला के मोहड़ा रेलवे ट्रैक पर किसान नहीं पहुंचे हैं। यहां पर भारी पुलिस बल तैनात है।

शंभू व खन्नौरी बाॅर्डरों पर आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने केंद्र सरकार की ओर से पांच फसलों कपास, मक्का के अलावा अरहर, मसूर व उड़द की दालों पर पांच सालों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने के फैसले को सिरे से रद कर दिया है।

उन्होंने कहा कि रेल रोको आंदोलन के लिए पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। पंजाब के सभी जिलों में कई जगहों पर रेलें रोकी जानी हैं। किसानों के समर्थन में ट्रक यूनियन भी आगे आया है। पंजाब के अलावा देश के अन्य कई राज्यों में किसानों की ओर से आज रेलें रोकी जाएंगी।

वहीं, अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 10 मार्च को रेल यातायात रोको आंदोलन को सफल बनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अमृतसर में किसानों की ओर से देवीदासपुरा, मजीठा, रईया, कत्थूनंगल, जैंतीपुर, कोटला गुजरां, पंधेर फाटक और जहांगीर में धरने दिए जाएंगे। इसी तरह भाकियू डल्लेवाल की ओर से गांव वल्ला के पास रेलवे फाटक के पास दोपहर 12 बजे से लेकर शाम चार बजे तक रेल यातायात रोका जाएगा।

पंजाब में आज 61 स्थानों पर चार घंटे के लिए ट्रेनें रोकेंगे किसान
एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों कोे लेकर आंदोलनरत किसान रविवार को पंजाब में 61 स्थानों पर दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक ट्रेनें रोक कर प्रदर्शन करेंगे। वहीं हरियाणा में पांच जगह पर ट्रेनें रोकी जाएंगी। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि रेल रोको आंदोलन का असर पंजाब के अलावा देश के बाकी राज्यों उत्तरप्रदेश, बिहार, केरल, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु व आंध्रप्रदेश में भी देखने को मिलेगा।

इन राज्यों में भी उनके समर्थन में कई किसान संगठनों ने रेल रोकने का फैसला लिया है। डल्लेवाल ने साफ किया कि फिलहाल शंभू व खन्नौरी बाॅर्डरों पर बैठे किसान आगे नहीं बढ़ेंगे, लेकिन लगातार इसी तरह से अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते रहेंगे, ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर रखा जा सके। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों का मकसद ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ दिल्ली जाना नहीं है, बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करते हुए किसानों की लंबे समय से लटकी मांगों को हल कराना है। रेल रोको के बाद जल्द ही आगे के संघर्ष की रूपरेखा का एलान किया जाएगा।

केंद्र का प्रस्ताव खारिज
भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने केंद्र सरकार की ओर से पांच फसलों कपास, मक्का के अलावा अरहर, मसूर व उड़द की दालों पर पांच सालों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने के फैसले को खारिज कर दिया है। अमृतसर में किसान देवीदासपुरा, मजीठा, रईया, कत्थूनंगल, जैंतीपुर, कोटला गुजरां, पंधेर फाटक और जहांगीर में रेल ट्रैक में धरना देंगे। भाकियू डल्लेवाल की ओर से गांव वल्ला के पास रेलवे फाटक पर रेल यातायात रोका जाएगा।