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सरदार मेघराज सिंह की एक कविता **इंसानियत के नाम**—-ज़रूर पढ़ें!
Meghraj Singh =============== एक कविता इंसानियत के नाम—- सुख चाहते हो ज़िंदगी मैं तो सच को अपनाइए । झूठ और बेईमानी को अपने अंदर से दूर भगाइए । अपने मन को सच के रास्ते पर रोज़ चलना सिखाइए । सच्चाई और ईमानदारी से अपने मन को राजा बनाइए । नफ़रत की दीवारों को प्यार के […]
*बहुत ही सुंदर कहानी*…”कितनी तनख़्वाह है तेरी ?”
कर दो नाम दीवाना ============== *बहुत ही सुंदर कहानी* रात 8 बजे का समय रहा होगा, एक लड़का एक जूतों की दुकान में आता है. गांव का रहने वाला था पर तेज था ,उसका बोलने का लहज़ा गाव वालो की तरह का था, पर बहुत ठहरा हुआ लग रहा था. लगभग 22 वर्ष का रहा […]
”चुप में जो सुख है वो सबसे कीमती है”….मृत्यु के क्षण में लोग तड़पते क्यों हैं?
तृप्त …🖤 @yaduvanshi32 🔥मृत्यु के क्षण में लोग तड़फते क्यों हैं? ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ तुमने किसी पक्षी को मरते देखा ? ऐसे सरल, ऐसे सहज, चुपचाप विदा हो जाता है! पंख भी नहीं फड़फड़ाता। शोरगुल भी नहीं मचाता। पक्षी तो इतने चुपचाप विदा हो जाते हैं, इतनी सरलता से विदा हो जाते हैं! ज़रा नोच-खचोंट नहीं। ज़रा […]