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पवित्र क़ुरआन पार्ट-17 : हे लोगों! निश्चित रूप से तुम्हारी उद्दंडता तुम्हारे लिए ही हानिकारक है और सांसारिक लाभ तो केवल कुछ ही दिनों का है!
वही ईश्वर है जो तुम्हें थल व समुद्र की सैर कराता है, यहां तक कि जब तुम नौका में थे वही ईश्वर है जो तुम्हें थल व समुद्र की सैर कराता है, यहां तक कि जब तुम नौका में थे और ठंडी एवं सुखद हवाएं उसे लिए जा रही थीं और सारे (यात्री) प्रसन्न थे […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-37 : न्याय वह चीज़ है जिस पर पूरा ब्रह्मांड चल रहा है!
सूरए मरियम, मक्की सूरा है। इसमें बहुत सी शिक्षाप्रद बातों का उल्लेख किया गया है। सूरए मरियम में इस मुख्य बिंदु पर विशेष रूप से बल दिया गया है कि संसार का स्वामी ईश्वर है जो अकेला है। सूरए मरियम की आयत संख्या 41 और उसके बाद वाली आयतों में हज़रत मरियम और हज़रत ईसा […]
पढ़िए “शबे बरात” में क्या करना चाहिए और क्या नही ? शरीयत इस्लामी की रोशनी में
मुफ़्ती उसामा इदरीस नदवी शबे बरात अल्लाह का दुनिया वालों पर एक इनाम है ये कोई त्यौहार या कोई रस्म नही है जिसको मनाया जाये या मुबारकबाद दी जाये बल्कि ये तो एक इबादत है जिसमें नरक से छुटकारा मिलता है और गुनाहों से मग़फ़िरत होती है,लेकिन मुसलमानों में इस रात को लेकर बहुत सारी […]