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#poetessprachimishra : कवित्री प्राची मिश्रा की रचनायें पढ़िये, जो आज है वो कल नहीं होगा और जो कल था…
Prachi Mishra Bangalore, India From Satna ================ नैनों के धारे धारे पर कुछ ऐसा बंधन लिख डाला बह निकला जो आंसू बनकर कुछ ऐसा संगम लिख डाला तुम दूर रहो या पास रहो बनकर जोगन की आस रहो महके जो सांसों में प्रति क्षण कुछ ऐसा चंदन लिख डाला © प्राची मिश्रा #poetessprachimishra Prachi Mishra […]
दोस्तों, हमारी ख़ुशी दूसरों की ख़ुशी में छिपी हुई है, जब तुम औरों को खुशियां देना सीख जाओगे तो अपने आप ही तुम्हे तुम्हारी खुशियां मिल जाएँगी!
Raju Pathak From Ajmer =========== · *ओ३म्* *एक बार पचास लोगों का ग्रुप किसी सेमीनार में हिस्सा ले रहा था।* *सेमीनार शुरू हुए अभी कुछ ही मिनट बीते थे कि स्पीकर अचानक ही रुका और सभी प्रतिभागी को गुब्बारे 🏉 देते हुए बोला, ” आप सभी को गुब्बारे पर इस मार्कर से अपना नाम लिखना […]
कमरे में जाते ही सचिन सर ने क़मरे का दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया और….
Harish Yadav ============= मैं उस रात को बिल्कुल भी नहीं भूल सकती ज़ब मुझे नज़र भर कर देखने के बाद सचिन सर ने मुझे अपने पास बुलाया – “जरा इधर आओ!” “जी कुछ कहा आपने?”-सचिन सर के पास आते हुए मैंने पूछा. “मेरे साथ जरा इस कमरे में आओ.”- सचिन सर ने गंभीरता से कहा. […]