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“कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी” नामक किताब प्रकाशित हो गयी!
पार्सटुडे- फ़रामर्ज़ आक़ाबैगी ने “कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी, अज़ रूदकी ता शफ़ीई कदकनी” नामक किताब लिखी है वह ईरान में छपकर बाज़ार में आ गयी है। “कुर्द दर आइनये शेरे फ़ारसी, अज़ रूदकी ता शफ़ीई कदकनी” अध्ययन और गहरे शोध की किताब है। इस किताब में रूदकी से लेकर वर्तमान समय के शायरों की […]
मेरे पास तुम नहीं हो…..
Puspita Chatterjee =========== আমার কোনো তুমি নেই পুষ্পিতা চট্টোপাধ্যায় আজকাল আমি আর তুমি ছাড়া কবিতার শব্দব্যঞ্জনা কেমন যেন পানসে বোধ হয় প্রসঙ্গত বলা ভাল আমার কিন্তু কোন তুমি নেই কদাচিৎ ঝুলতে থাকা কোনো বন্ধুসুলভ তীর হৃদয়ের এ ফোঁড় ও ফোঁড় হলে পুরনো দিনের গান আমাকে পাগল করে তোলে। সতীনাথ মুখোপাধ্যায়ের পদতলে উগড়ে দিই যাবতীয় দুঃখপাতা […]
*_”ऑफ़लाईन माँ..”_*
Naem Parvez Khan ====================== पांचवीं कक्षा के छात्रों से बात करने के बाद शिक्षक ने उन्हें एक निबंध लिखने को दिया कि वे *”कैसी माँ’ पसंद करते हैं?* सभी ने अपनी *माँ* की प्रशंसा करते हुए विवरण लिखा। उसमें एक छात्र ने निबंधपाठ का शीर्षक लिखा- *_”ऑफ़लाईन माँ..”_* *मुझे “माँ” चाहिए, पर मुझे ऑफ़लाईन चाहिए। […]