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क़ाशिफ़ अहसन क़ाश कन्नौजी की एक ग़ज़ल : ज़र्द चेहरे पे मर मिटा था मैं….
काशिफ अहसन काश कन्नौजी ================ ___________ग़ज़ल // غزل
_________ जब बुरा वक़्त टल गया मेरा दिल ज़रा में उछल गया मेरा جب برا وقت ٹل گیا میرا دل ذرا میں اچھل گیا میرا बेवफाई तो उसने की लेकिन पर ये चेहरा बदल गया मेरा بے وفائی تو اس نے کی لیکن پر یہ چہرہ بدل گیا […]
#अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना….By_लतिका श्रीवास्तव
Betiyan.in ============== जब मैं था तब हरि नही अब हरी है मैं नाहि…. पीयूष बेटा तेरे पिता तुझे बहुत याद कर रहे हैं अंतिम समय में तुझे देखना चाहते हैं एक बार आ जा बेटा….दमयंती जी करुणा विगलित स्वर में अपने इकलौते चिराग पियूष से प्रार्थना कर रहीं थीं। मां कोशिश कर रहा हूं कंपनी […]
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आज की कहानी
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वो सुनो जो ना कहा गया हो
*By-Satyavir Singh Bhuria
Satyavir Singh Bhuria ============= *आज की कहानी
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वो सुनो जो ना कहा गया हो
* बहुत समय पहले की बात है,नयासर के एक राजा ने अपने बेटे को अच्छा शासक बनाने के मकसद से एक मास्टर के पास भेजा। मास्टर ने कुछ दिन अपने साथ रखने के बाद युवराज गुर्वित को एक साल के लिए जंगल […]