साहित्य

#KC के MC चींटी की कहानी

#KC के MC चींटी की कहानी :(सारे पात्र काल्पनिक है)

• एक चींटी थी उसका नाम MC था। कुछ अलग ही सोच-स्वभाव की विचित्र । उसके घमंड को बेवजह चोंट लग जाती थी उसका उस व्यक्ति से संबंध ना होते हुए भी। नीचे दो काल्पनिक घटनाए प्रस्तुत कर रहे हैं MC चींटी का स्वभाव बताने के लिए–

१) दो हाथी आपस में बात करके हंस रहे थे, तो वहां से अपनी MC चींटी गुजर रही थी। उसे लगा कि वह दोनो मुझपर ही हंस रहे हैं। वो गुस्से से आग-बबूला हो गई और अपने चींटीया दोस्तों के पास जाकर बैठ गई। वो बदला लेना चाहती थी। उसने दुसरे ही दिन एक योजना बनाई, सभी चींटियों को इकट्ठा किया और जब वो हाथी वहां से गुजर रहा था तब उसपे वे जोर जोर से हंसने लगे। लेकिन हाथी अपनी शानदार चाल चलते हुए वहां से गुजर गया।

२) एक दिन MC चींटी दादर में बस स्टैंड पे खड़ी थी। वहां से हाथी और घोड़ा अपने किसी काम से (laptop लेने) जा रहे थे। MC चींटी का वही घटिया दिमाग फिर से एक कहानी रचने लगा, उसने घर जाके अपने DC मां से कहा कि वो हाथी और घोड़ा दादर में मेरा पीछा कर रहे थे। मां तो मां होती है। मां ने MC चींटी को ऊपर से नीचे तक देखा और कहा कि जब तक तुम्हारा Bc बाप दादर खरीद नहीं लेता तब तक वहां से गुजर ने वाले किसी पे झूठे आरोप मत करना बेटा MC!

+ यहां तक रुके वो MC कैसी, उसने सबसे घटिया चींटी के पास अपना झूंठ बोला। हम दोस्ती में एक गलती हमेशा करते हैं कि हम सच्चाई की पुष्टि किए बिना हर बात पे भरोसा कर लेते हैं। और यहां से उस हाथी के खिलाफ नफ़रत के बीज बोने की शुरुआत हुई। उसका एक ऐसा चित्र ( Image) लोगों के मन में भरना शुरू किया कि लोग उस हाथी से नफ़रत करने लगे। इस दुनिया में नफ़रत और झूठ बहुत तेजी से फैलता है।

+ हमें बार बार झूंठ इस तरह बताया जाता है की बस हमारे दिमाग में वो बैठ जाएं। अपने आप को इस घटिया योजना मे सफल पाते देख MC चींटी की रूचि इस झूंठ को और फैलाने की हुई। उसने ठाणेपुर के एक परिवार को भी अपने चपेट में लिया- ( Psychological fact : हम लोग हमेशा भिन्न लिंगी (opposite sex )व्यक्तीपर बहुत जल्दी भरोसा कर लेते हैं) तो वो लोग भी उस MC चींटी पर भरोसा कर बैठे। हम को तो हिरो बनने की चूल मची पड़ी रहती है।

+ जो लोग अपने कतृत्व और व्यक्तीत्व से नाम नहीं कर पाते वो अक्सर झूंठ का सहारा लेकर लोगोका ध्यान अपनी तरफ खींचने का काम करते हैं और उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ता । इस कहानी में MC चींटी ने अपने मां-बाप को, अपने दोस्तों को चु*** बनाया था, या तो उसके घमंड को बहुत गहरी चोंट पहुंची थी या फिर लोगों का ध्यान बटोरने में उसे मज़ा आता है। तो आगे से चींटी के चींटीयागिरी से बच के रहना।

—–Justice is truth in action !! लेकिन झूठ को हराकर सच्चाई सामने आ ही जाती हैै। और आनी ही चाहिए!!!
(( कृपया किसी भी झूठ पे आंखे बंद करके भरोसा न करें))

– कहानी- अभिषेक कदम
– हिंदी अनुवाद- ऋषिकेश शर्मा.