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तुम मनसुख बाबा के ”असली वारिस” हो….
Ghanshyam Singh ———————– असली वारिस…. एक लगभग 80 वर्ष की वृद्धा ने खाना परोस रहे व्यक्ति के कान में धीमे से कहा- बेटा जुगल ! बड़े दिनों से गुलाब जामुन खाने का मन है । अगली बार आइयो तो बाबू लेके आइयो । जुगल मुस्कुराते हुए बोला – ठीक है अम्मा ले आऊँगा, पर तुम्हें […]
वो शायद भगवान भी नहीं कर सकते, मां वो जो मन पढ़ ले…..By-Santosh Kumar Pant
Santosh Kumar Pant ============= · मां और शहर ———-:————– ईजा (मां).. ईजा (मां)….मि ऐ गईं (मैं आ गया हूं)..यह कहते हुए मैं अभी अभी ‘शहर’ से लौटा था, और मां से पूरे 1 साल के बाद मिला था,मां से लिपटा…लगा जैसे समंदर ने हज़ार नदियों को अपने अंदर समेट लिया हो।हजारों बरस तक अलग न […]
फ़्रिज़ का पानी—-
Mritunjay Pandey =========== फ्रिज का पानी — गर्मी शुरू हो चुकी आज बर्फ का ठंडा पानी पियेंगे मां ने मुझे दो रूपए देते हुए कहा,,मैंने झट दो का नोट पकड़ते हुए मां से कहा मुझे शर्म आती है दो रुपए की बर्फ लाने में दुकानदार हमेशा चिक चिक करता है कहता है पांच रुपए की […]