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Madhu Singh ================== अपनी प्लेट में दो तरह की आइसक्रीम का मज़ा लेती सुनीता ने अपने देवर विनोद को कहा, “क्या देवर जी तीसरी बेटी होने पे कौन पार्टी देता है? अब तो दहेज़ के पैसे जुटाना शुरू कर दो।” अपनी भाभी के प्लेट को देख हँसते हुए विनोद ने कहा, अरे भाभी ! “आप […]
बहुत प्यारी होती है ”बेटियाँ” न जाने लोग बोझ क्यों समझते हैं!
Babita Devi ======== बेटी जब शादी के मंडप से ससुराल जाती है तब पराई नहीं लगती मगर जब वह मायके आकर हाथ मुंह धोने के बाद सामने टंगे टाविल के बजाय अपने बैग से छोटे से रुमाल से मुंह पौंछती है, तब वह पराई लगती है. जब वह रसोई के दरवाजे पर अपरिचित सी खड़ी […]
द रिकवरी एजेंट…..By-संजय नायक ‘शिल्प’
संजय नायक ‘शिल्प’ =========== द रिकवरी एजेंट….. वो जैसे ही घर के लिए गुजर रही थी, उसके घर से ठीक 6 घर पहले जो घर आता था । उसमें बहुत भीड़ जमा थी । अंदर से रोने की आवाजें भी आ रही थी । उसने अपनी कार नहीं रोकी इस घर में रहने वाली जो […]