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इस्राईल हमास के साथ क़ैदियों के तबादले के लिए बातचीत करने क़ाहेरा भेजा रहा है अपना विशेष दूत : रिपोर्ट

इस्राईली मीडिया ने बताया कि बिनयामिन नेतनयाहू की सरकार मजबूर होकर आख़िरकर अपना एक बड़ा अधिकारी क़ाहेरा भेजा रही है जो हमास के साथ क़ैदियों के आदन प्रदान के विषय पर बात करेगा।

क़ैदियों के आदान प्रदान के मामले में नेतनयाहू की सरकार पहले कह रही थी कि हमास से कोई बात नहीं होगी हम सैन्य बल का इस्तेमाल करके क़ैदियों को रिहा करवाएंगे मगर इस कोशिश में ज़ायोनी शासन को कामयाबी तो नहीं मिली, एक बड़ा नुक़सान यह उठाना पड़ा कि उसने अपने ही कई क़ैदियों को मार गिराया।

इस्राईली मीडिया ने कहा कि क़ैदियों की रिहाई के मसले पर बातचीत के लिए बड़ा अधिकारी क़ाहेरा गया जबकि हमास के नेता भी हाल ही में क़ाहेरा का दौरा कर चुके हैं।

हमास और इस्राईल के बीच वार्ता अप्रत्यक्ष रूप से होती रही है।

इस्राईली मीडिया ने यह भी बताया है कि अमरीका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ज़ायोनी युद्ध मंत्री युवाफ़ गालांत से क़ैदियों की रिहाई के विषय पर बात की थी।

इस्राईल के चैनल 12 ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा कि हम हमास के साथ क़ैदियों के आदान प्रदान के विषय में नए समझौते से पहले प्रतीक्षा के चरण में हैं।

ज़ायोनी शासन क़ैदियों के आदान प्रदान का समझौता तब करने की कोशिश कर रहा है कि जब उसे ग़ज़ा की लड़ाई में भारी नुक़सान उठाना पड़ा है।

ज़ायोनी शासन के सैनिक भी बड़ी संख्या में मारे जा रहे हैं जबकि उसके टैंक और बक्तरबंद गाड़ियां भी बहुत बड़ी तादाद में ध्वस्त हो गई हैं। ध्वस्त होने वाले टैंकों, बुल्डोज़रों और बक्तरबंद गाड़ियों की संख्या लगभग साढ़े सात सौ तक पहुंच चुकी है।

ग़ज़ा में मारे जाने वाले इस्राईली सैनिकों की संख्या बहुत ज़्यादा है अलबत्ता ज़ायोनी सरकार सही संख्या छिपा रही है।

इस्राईल की एलीट फ़ोर्स गोलानी ब्रिगेड को भारी नुक़सान उठाने के बाद ग़ज़ा के शुजाइया इलाक़े से बाहर निकलना पड़ा है।

हमास का कहना है कि क़ैदियों की रिहाई से पहले ग़ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमले बंद हों और स्थायी संघर्ष विराम लागू हो और इस्राईल अपने सारे क़ैदियों की रिहाई के बदले अपनी जेलों में बंद सारे फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा करे।

शनिवार को हमास के नेता ओसामा हमदान ने कहा कि संघर्ष विराम से पहले क़ैदियों की रिहाई की कोई बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हम सारे इस्राईली क़ैदियों को छोड़ना चाहते हैं और सारे फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा करवाना चाहते हैं।