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“लो खाओ और मरो, कोई अच्छी चीज़ तो तुम लोग खाओगे नहीं बस यही है गू गोबर खाओ और पचर-पचर थूको…”चित्र गुप्त
https://www.youtube.com/watch?v=UaQU-VtzIjM चित्र गुप्त ==================== दो रुपए ****** ठिठुरन भरी सुबह में ट्यूशन पढ़कर लौट रहे बच्चे एक हाथ अपनी जेब में डाले और दूसरे हाथ से साइकिल का हैंडल सम्हाले झुंड में जोर जोर से बातें करते और ठठ्ठा लगाते जा रहे थे। सड़क किनारे थोड़ी थोड़ी दूर पर घर बने हुए थे। कुछ भैंसें […]
#ये_इश्क़_नहीं_आसाॅं….By-मनस्वी अपर्णा
मनस्वी अपर्णा =================== क़िस्मत से आज वसंत पंचमी और वेलेंटाइन डे एक साथ है, इसलिए मुझे थोड़ा बहुत भरोसा है कि समाज की इज़्ज़त के ठेकेदार आज के विषय पर ट्रोल नहीं करेंगे…जो नव निर्मित संस्कृति वादी हैं उनको वसंतोत्सव के बाबत कोई जानकारी नहीं है, मैं आशा करती हूं कि बुद्धिदात्री माता सरस्वती उन्हें […]
मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन चारों युग आते हैं, इस प्रकार राष्ट्रगान पूरी तरह भारतीय संस्कृति का संवाहक है : #लक्ष्मी_सिन्हा का लेख पढ़िये
Laxmi Sinha ============= हमारे राष्ट्रगान का प्रभाव ‘जन_ गण_ मन’ से होता है। मानव शरीर जहां विविध जनों का सूचक है तो मनुष्य की प्रवृतियां और सोच_विचार उनके गण हैं। इन्हीं गाणों के अधीन मनुष्य जीवनपर्यंत रहता है, जोमन को प्रभावित करता है।मन को नियंत्रण करने की साधना ऋषियों ने भी बताई है, जिससे मनुष्य […]