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ऐसा मैं इसलिए करूंगी कि किसी को भी मेरे पिता की मौत का इंतज़ार न रहे
Satyavir Singh Bhuria ================ 🚩 *अपना फर्ज* अरे पापा आप अभी तक तैयार नहीं हुए। बैग कहां है? आपका। चलिए मैं पैक करती हूं। पापा ने एक उदास नजर निली पर डाली निली बेटा मैं कहीं नहीं जाऊंगा। ये घर तेरी मां की यादों से भरा हुआ है।निली की आंखे भर आई पापा मां को […]
मत सता लड़की को….By – संजय नायक “शिल्प”
संजय नायक ‘शिल्प’ · ================= मत सता लड़की को.. “पापा मैं कल से कॉलेज नहीं जाऊंगी…अब और बर्दाश्त नहीं होता मुझसे।” कोयल ने लगभग रोते हुए अपने पिता सुंदर से कहा। “क्या हुआ बेटी बताओ कुछ, यूँ रोना बन्द करो, बताओ भी।” सुंदर ने पूछा। “पापा रोज आते जाते रस्ते में एक लड़का है, वो […]
जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई…. तब….,,,लक्ष्मी सिन्हा की रचना!
Laxmi Sinha =========== जब इस खूबसूरत दुनिया की रचना हुई । तब इसकी तमाम विशेषताओं में विविधता एक प्रमुख विशेषता थी। इसीलिए सृष्टि के कण- कण में विविधता दृष्टिगोचर होती है। इस जड़ चेतनरूप संसार में एक जैसा कुछ भी नहीं। यही विविधता सृष्टि के सौंदर्य का कारण है। वास्तव में सौंदर्य का प्रस्फुटन विविधता […]