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“बाढ़, सूखा और टेन परसेंट”
सुनो रे किस्सा, Suno Re Kissa =============== · “बाढ़, सूखा और टेन परसेंट” जोर लगा बे ” शैतान जने”, तखत पर अधनंगे, औंधे मुँह पड़े, “विधायक डब्बू भइया” ,और उनकी तेल मालिश करता “सज्जन” बदमाश, समझता है न “सज्जन”, “भगीरथी” कल्क्टर साहब का करैक्टर, हमसे पूछते हैं बाढ़ पीड़ित फंड के बारे में, अरे बाढ़ […]
स्त्री कभी संतुष्ट नहीं होती …..”जीजा जी आप तैयार नहीं हुए”
स्त्री कभी संतुष्ट नहीं होती ….. स्त्री से प्रेम में अगर आप ये उम्मीद करते हैं कि वो आपसे पूरी तरह खुश है तो आप नादानी में हैं ये स्त्री के मूल में ही नहीं है अगर आप बहुत ज्यादा केयर करते है तो उससे भी ऊब जाएगी अगर आप बहुत उग्र हैं तो वो […]
है धरती तो आकाश नहीं…..सब कुछ तो सबके पास नहीं….,,,,#उलझन_सुलझे_ना….By-मनस्वी अपर्णा
मनस्वी अपर्णा ============ #मेरी_दुनिया है धरती तो आकाश नहीं सब कुछ तो सबके पास नहीं हम बस मन की सुन सकते हैं या दुनिया को चुन सकते हैं विपरीत सदा ये चलते हैं दोनों कब किसको मिलते हैं मन की अपनी इक दुनिया है दुनिया का अपना मन है इक किसको छोड़ें, किसको पकड़ें दोनों […]