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मैं मायके तो जाऊंगी ही जाऊंगी, साथ में पेड की जडों में तेज़ाब भी डालकर जाऊंगी…
बचपने में ही उन दोनों भाईयों की अम्मा चल बसी थी। अम्मा को पेड पौधों से बहुत प्रेम था, अम्मा ने आंगन में तुलसी, सदाबहार, जामुन, नींबू, अमरूद और आम के पौधे लगाए थे। जब तक वो जीवित थी, पौधे वृद्धि करते रहे। पौधों के साथ दोनो भाई भी बडे हो रहे थे। बदकिस्मती उन […]
ख़ौफ़ के साये में….*लघु कहानी*….. लेखिका-साधना कृष्ण
साधना कृष्ण Lives in Lalganj, Bihār, India From Muzaffarpur ============== खौफ के साये में (लघु कहानी ) …………… आजतक तुमने किया क्या है? बस खाना बनाकर खिला देते हो और किताब लेकर बैठ जाते हो । बड़ा आये हो पढ़ने वाले। अरे सब पता है ।तुम हमारी आँखों में धूल झोंकते हो। सही ढंग से […]
#कहानी : नई सुबह
#कहानी: नई सुबह ‘‘बदजात औरत, शर्म नहीं आती तुझे मुझे मना करते हुए… तेरी हिम्मत कैसे होती है मुझे मना करने की? हर रात यही नखरे करती है. हर रात तुझे बताना पड़ेगा कि पति परमेश्वर होता है? एक तो बेटी पैदा कर के दी उस पर छूने नहीं देगी अपने को… सतिसावित्री बनती है,’’ […]