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सांप्रदायिक शक्तियां, मुसलमानों को जीने का भी अधिकार नहीं देना चाहती हैं : राम जन्मभूमि पर नहीं है राम मंदिर : मौलाना अरशद मदनी

मदनी कहते हैं कि सांप्रदायिक शक्तियां, भारत में मुसलमानों को जीने का भी अधिकार नहीं देना चाहती हैं।

जमीअते ओलमाए हिंद के प्रमुख अरशद मदनी ने कहा है कि जहां पर राम मंदिर बन रहा है वह राम जन्मभूमि नहीं है बल्कि वहां पर बाबरी मस्जिद थी और है।

मौलाना अरशद मदनी ने एक टीवी चैनेल से बात करते हुए कहा कि किसी भी मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद नहीं बनाई गई थी। उनका कहना था कि सुप्रमी कोर्ट ने राममंदिर बनाने का फैसला, आस्था के आधार पर तो किया है किंतु उस स्थान पर राज जन्मभूमि नहीं बल्कि बाबरी मस्जिद है जहां पर राम मंदिर बन रहा है। मदनी ने इस बात को फिर दोहराया कि जहां पर राम मंदिर बन रहा है वहां पर राम जन्मभूमि नहीं है बल्कि बाबरी मस्जिद है।

मौलाना अरशद मदनी कहते हैं कि सांप्रदायिक शक्तियां, भारत में मुसलमानों को जीने का भी अधिकार नहीं देना चाहती हैं जबकि हम उसके विरुद्ध हैं।

जमीअते ओलमाए हिंद के प्रमुख के अनुसार जितनी भी मस्जिदों के बारे में दावा किया जा रहा है उनमें से कोई भी दावा सही नहीं है। उनका कहना था कि बाबरी मस्जिद के भी बारे में दावा सही नहीं है।