विशेष

मार्शल आर्ट मूलत, बौद्ध धर्म के ध्यान आधारित आत्मरक्षा की तकनीक है

Kranti Kumar
@KraantiKumar
■ डॉ भगवतशरण उपाध्याय ने अपनी पुस्तक “वृहत्तर भारत” में लिखा है कि भारत से पूरब दिशा में सबसे पहले बौद्ध धर्म चीन पहुंचा.

5वीं सदी में बौद्ध भिक्षु आचार्य बोधिधर्म चीन गए सुर वहां मार्शल आर्ट के रुओ में जुडो, कराटे, कुंग फू जैसी कलाओं को विकसित किया.

◆◆◆
आचार्य बोधिधर्म ने अपने दिन शाओलिन गुफाओं के बौद्ध विहारों में गुजारे थे. येही शाओलिन गुफाओं के बौद्ध विहार मार्शल आर्ट की जन्मस्थली मानी जाती है.

मार्शल आर्ट मूलतः बौद्ध धर्म के ध्यान आधारित आत्मरक्षा की तकनीक है.

◆◆◆
आधुनिक युग में जुडो-कराटे चीन से बाहर निकालकर पूरी दुनिया में फैल गए. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद कराटे अमेरिका पहुंचा.

जुडो-कराटे को विश्व प्रसिद्धि दिलाने में Hong Kong और Hollywood फिल्मों ने अहम भूमिका निभाई.

◆◆◆
चीनी मूल के अमेरिकी ब्रूस ली ने अपनी मार्शल आर्ट कला और फिल्मों के बदौलत 5वीं सदी में आचार्य बोधिधर्म द्वारा विकसित आत्मरक्षा तकनीक को घर घर तक परिचय करा दिया.

आचार्य बोधिधर्म का जन्म भारत में भी जुडो कराटे 1970 के आसपास ब्रूस ली फिल्मों के जरिए ही पहुंचा.

■ Photography : Bruce Lee (Movie Enter The Dragon)

Bruce Lee, Robert Clause and Bolo Yeung on the set of “Enter The Dragon”

Kranti Kumar
@KraantiKumar
■ यह महिला अमीर लोगों के घरों में काम करने वाली आदिवासी नौकरानी नही है.

■ इनका नाम MAGNOLIA MAYMURU है और ये ऑस्ट्रेलिया की सुपरमॉडल हैं.

■ इनका जन्म भारत के झारखंड या छत्तीसगढ़ में हुआ तो, क्या यहां का ECO SYSTEM इन्हें सुपरमॉडल बनने देता ?

◆ खबर है हरियाणा के गुरुग्राम में 14 वर्षीय आदिवासी बच्ची को बंधक बनाकर काम तो कराया ही गया साथ में उसे टॉर्चर भी किया गया.

◆ पुलिस को अपनी दास्तां सुनाते हुए फूट-फूट कर रोने लगी. उसने बताया उसे नंगा रखा गया, वीडियो भी फिल्माया गया, एसिड से जलाया गया, कुत्ते से कटवाया गया. शर्मा परिवार ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं.

◆ दोषी शर्मा परिवार पर FIR दर्ज कर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है. लेकिन कितनी कठोर कार्यवाही होगी यह पता नही. शायद इस देश में जातीय हिंसा – घरेलू नौकरों से बुरा बर्ताव करना अपराध की नजर से नही देखा जाता.

■ मैं ऐसी मुस्कुराहट हर आदिवासी बच्ची के चेहरे पर देखना चाहता हूँ.

Kranti Kumar
@KraantiKumar
मैं देश के सभी राज्यों के धार्मिक संस्कृति, भोजन संस्कृति, वेशभूषा संस्कृति, भाषा और मान्यताओं का सम्मान करता हूँ.

धारा 370 की तरह नागालैंड में भी एक कानून है जिसे अनुच्छेद 371A कहते हैं.

नागालैंड में, अनुच्छेद 371A को 1960 में केंद्र सरकार और नागा पीपुल्स कन्वेंशन NPC के बीच 16-सूत्रीय समझौते के बाद पेश किया गया था. इस समझौते के कारण 1963 में नागालैंड राज्य का निर्माण हुआ और अनुच्छेद 371A ने राज्य के लोगों को असाधारण सुविधाएं प्रदान करता है.

नागालैंड में देश की संसद राज्य विधानसभा की सहमति के बिना धार्मिक या सामाजिक प्रथाओं, कानून, नागरिक या आपराधिक न्याय, स्वामित्व और भूमि के मामलों पर कानून नहीं बना सकती है.

नागालैंड में आप हम नहीं खरीद सकती हैं ज़मीन या संपत्ति. आर्टिकल 371A प्रावधान अनुसार यहां पर जमीन को खरीदने की अनुमति नहीं है.

मैं नागालैंड और 371A का बहुत सम्मान करता हूँ.