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आज जो सितारा चाँद के क़रीब आकर उसकी खूबसूरत बढ़ा रहा कल कहीं लापता हो जाए…
पन्ने मन के =============== फिर तेरी याद चली आई…… सुनो ! आज मन है कुछ कहने का तुम सुनोगे न मेरा मन..? बिल्कुल! कौन सा तूफ़ा लिए बैठी हो आज इन मंदिर की सीढ़ियों पर…कहो क्या कहना है ?( उत्सुकता से) बस यूँ ही !कुछ बेतुके से सवाल ,इस चाँद और सितारे को देखकर। अच्छा […]
और आख़िर में हाथ लगता है…..”घण्टा”
Tajinder Singh ============= घण्टा………तीसरे पहर की पोस्ट रात के 11 बजे के करीब आप की आंख लगी हो। फिर रात के तीसरे पहर में अचानक आप की नींद टूटे और आप पाएं कि आपको बाथरूम जाने की अर्ज महसूस हो रही है। आप लधु शंका से फारिग होकर वापिस बिस्तर पर आते हैं तो पाते […]
सत्य कथा…By – डॉ.विजया सिंह
Dr.vijayasingh ============ सत्य कथा… सुबह सवेरे पहले उठकर बुहार लेती हैं वो अपना घर आँगन और गुनगुना लेती है प्रेम के गीत मन ही मन में और भूला देती हैं कल की बीती बातें जो चुभ रही थी कही अन्तर्मन में चूल्हे पर चाय बनाते बनाते व्यवस्थित कर लेती हैं पूरा घर और व्यवस्थित कर […]