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मनियारी काकी
Madhu Singh ================ चूड़िहारिन/ मनियारी काकी🥰 जो कोई भी तीज त्योहार हो या शादी बियाह अपने टोकरे में लाल,पीली,हरी चूड़ियां लेकर हाजिर रहती थी…….उनके आते ही हम सब बड़ो से पहले उनकी डलिया घेर कर बैठ जाती । हमारी नजरे तब तक उससे नहीं हटती जब तक काकी उसका कपड़ा हटा नहीं देती। उसके बाद […]
रीना तिवारी की दो रचनायें, ”उलझन” और ”आंसू” पढ़िये!
Rina Tiwari · ============= शीर्षक -उलझन भ्रमित मन में ही, अपना घर बना लेती है उलझने! मन के तम में भटके , शब्दों का वृहत आयाम ले लेती है उलझने! सोचती हूं , शायद अब उलझने अपना विराम ले लेंगी ! उलझते मेरे सवालों का, एक नियमित आधार लें लेगी ! शायद, मन में उठते […]
कर्तव्यहीन जीवन व्यर्थ है : लक्मी सिन्हा का लेख पढ़िये!
Laxmi Sinha ============== कर्तव्यहीन जीवन व्यर्थ है। कर्तव्य से अभिप्राय क्रिया, धर्म-कर्म तथा भिन्न प्रकार के कर्मों से है। कर्तव्य यदि कर्म बीज है तो अधिकार कर्मों के फल का परिणाम है। पहले कर्तव्यों का जन्म होता है और फिर अधिकारों की बात आती है। कर्तव्य की भावना जीवन का यज्ञ है। माता-पिता, परिवार, समाज […]