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——– खारे पानी का सैलाब ——-By-Ravindra Kant Tyagi
Ravindra Kant Tyagi ================ · ——– खारे पानी का सैलाब ——- शहर में शीशमहल सी ऊंची अट्टालिकाएँ हैं। कहीं न खत्म होने वाली दिग्भ्रमित सी सड़कें हैं। सड़कों पर दौड़ती चमचमाती गाडियाँ हैं और गाड़ियों में रुई के फाहे से कुत्ते को बगल में दबाये, विदेशी कॉस्मेटिक्स में रंगी पुती, छुईमुई के पत्ते सी नाजुक […]
मगर किसी को नहीं पता वो कहा है ? किस हाल में है ?
Rishi Kumar Pandey ============= शादी के 40 साल बाद आज उन्होंने बातो बातों में किसी बात से नाराज़ होकर सब के सामने कहा की, ” तूने आज तक किया ही क्या है ? सिर्फ घर पे खाना बनाना और बच्चो को संभालना और वैसे भी आज कल बच्चे भी तुम्हारी बात कहा सुनते है ? […]
क्यों री, यही बातें करने जा बैठती थी तू उनके पास!
Laxmi Kumawat ============= * मैंने तुम से शादी की है, तुम्हारी मां को गोद नहीं लिया है* “तुम्हें तो मेरे माता पिता की सेवा के लिए लाया गया है, उससे ज्यादा तुम्हारा मेरा कोई रिश्ता नहीं ” सुदेश के ये शब्द अभी भी मालिनी के कानों में गूंज रहे थे। ऐसे लग रहा था कि […]