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इस्लामी देशों को ग़ज़्ज़ा वासियों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए : अलअज़हर ने की हमास के प्रतिरोध की सराहना

इस्लामी देशों को अपनी क्षमता के अनुसार ग़ज़्ज़ा वासियों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए।

मिस्र के अलअज़र की ओर से जारी संदेश में फ़िलिस्तीनियों के प्रतिरोधकर्ता गुट हमास की सराहना की गई है।

इस संदेश में कहा गया है कि हमास को एक आतंकवादी ख़ूंख़ार सेना का सामना है। इसी के साथ ज़ायोनियों के मुक़ाबले में कड़े प्रतिरोध के कारण हमास के प्रतिरोध को प्रशंसनीय बताया गया है।

रश्याटुडे के अनुसार मिस्र के अलअज़हर विश्व विद्यालय ने हमास की वीरता को सलाम करते हुए ग़ज़्ज़ा के निर्दोष लोगों को धैर्य का आदर्श बताया गया है।

अलअज़हर के संदेश के अनुसार सलाम हो उन बहादुरों पर जो निडर होकर मुक़ाबला कर रहे हैं। मुसलमानों की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव की नीतियों की प्रशंसा करते हुए विश्व के सभी स्वतंत्रता प्रेमियों से अपना मौन तोड़ देने का आह्वान किया है।

अलअज़हर के संदेश में कहा गया है कि ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनियों द्वारा किये जा रहे पाश्विक अपराधों की निंदा करने के साथ ही निर्दोष फ़िलिस्तीनियों के जनसंहार को तत्काल रुकवाया जाए। इस संदेश में सारे इस्लामी देशों का आह्वान किया गया है कि वे अपनी क्षमता के अनुसार ग़ज़्ज़ा वासियों की सहायता के लिए आगे आएं।

याद रहे कि ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनियों के हमलों में कम से कम 8306 फ़िलिस्तीनी शहीद और 21048 अन्य घायल हो चुके हैं। इन हमलों में बेघर होने वाले फ़िलिस्तीनियों की संख्या लाखों में है।